मुंबई। अमेरिकी बाज़ारों की सुनामी से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। सप्ताह के चौथे दिन बाजार खुलते ही औंधे मुंह गिर गया और दिनभर जोरदार गिरावट के साथ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1416 अंक टूटकर 52,792 के स्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 431 अंक या 2.65 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 15,809 पर बंद हुआ। बिकवाली के दबाव में निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए।
2413 शेयरों में दर्ज की गई गिरावट
कारोबार के अंत में लगभग 838 शेयरों में तेजी आई है, 2413 शेयरों में गिरावट आई है और 122 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। निफ्टी इंडेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान में विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टीसीएस, टेक महिंद्रा और इंफोसिस के शेयर रहे, जबकि लाभ पाने वाले शेयरों में आईटीसी, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन शामिल थे। मेटल के साथ सभी सेक्टोरियल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए, जबकि आईटी इंडेक्स चार से पांच फीसदी टूटे। इस बीच बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में दो-दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई।
900 अंक टूटकर खुला था बाजार
गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 900 अंक या 1.66 फीसदी टूटकर 53,308 के स्तर पर खुला था, जबकि एनएसई के निफ्टी ने 269 अंक या 1.66 फीसदी की गिरावट के साथ 15,971 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की थी। बाजार खुलने के साथ लगभग 370 शेयरों में तेजी, 1629 शेयरों में गिरावट दर्ज की गर्ठ थी, जबकि 73 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था। कारोबार शुरू होते ही निवेशकों को पांच लाख करोड़ रुपये का चूना लगा गया था, जो कारोबार के अंत तक और भी बढ़ गया।
विदेशी बाजारों में भी मचा कोहराम
भारतीय शेयर बाजारों पर दरअसल, वैश्विक बाजारों में आए कोहराम का असर दिखाई दिया है। बता दें बुधवार को डाऊ जोंस 1,164.52 अंक या 3.57% लुढ़ककर 31,490.07 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक भी 4.73 फीसद या 566 अंकों का गोता लगाकर 11428 के स्तर पर आ गया। इसके अलावा एसएंडपी भी 4.04 फीसद या 165 अंकों की भारी गिरावट के साथ 3923 के स्तर पर बंद हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, वॉल स्ट्रीट ने दो साल में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट देखी।