नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को आखिरी दिन सोमवार को 2.95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इस तरह सरकार करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाने में सफल रही। एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) के तहत 16,20,78,067 शेयरों की पेशकश की गई थी।
शेयर बाजारों पर शाम सात बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, इन शेयरों के लिए निवेशकों की तरफ से 47,83,25,760 बोलियां लगाई गईं। पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) श्रेणी के शेयरों को 2.83 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इस श्रेणी के लिए आरक्षित 3.95 करोड़ शेयरों के लिए 11.20 करोड़ बोलियां लगाई गईं।
गैर-संस्थागत निवेशक (एनआईआई) श्रेणी के तहत 2,96,48,427 शेयरों की पेशकश की गई थी, जिनके लिए 8,61,93,060 बोलियां लगाई गईं। इस तरह एनआईआई खंड को 2.91 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों ने 6.9 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 13.77 करोड़ शेयरों की बोलियां लगाईं। इस खंड में 1.99 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। एलआईसी के पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित खंड में छह गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला है, जबकि एलआईसी के पात्र कर्मचारियों के खंड में 4.4 गुना बोलियां मिली हैं।
एलआईसी आईपीओ 4 मई को खुला था। इस निर्गम के लिए 902-949 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था। इसमें पात्र पॉलिसीधारकों एवं कर्मचारियों के लिए कुछ शेयर आरक्षित रखे जाने के अलावा उन्हें छूट भी दी गई थी। सरकार ने इस निर्गम के जरिए एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री करने का फैसला किया। इस हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी।
सोमवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में DIPAM के सेक्रेटरी तुहीन कांत पांडे ने कहा कि एलआईसी आईपीओ ने निवेशकों की हर कैटेगरी से काफी सफलता हासिल की। इस इश्यू के चलते कई नए डीमैट अकाउंट खुले। अब एलआईसी आईपीओ के शेयरों का अलॉटमेंट 12 मई को होगा।