* दिनेश माहेश्वरी
कोटा। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद देशभर में सोना एक ही दाम पर बिकने संबंधी अटकलों पर बुलियन डीलर्स ने विराम लगा दिया है। इसके पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि सोने पर टैक्स की दर एक हो सकती है, लेकिन हर शहर-कस्बे में सोने की कीमत मांग, सप्लाई और दूरी के हिसाब से तय होती है। खासकर दूर-दराज के इलाकों में पहुंचते-पहुंचते सोना महंगा हो जाता है। ऐसे में छोटे शहरों-कस्बों के व्यापारी ऊंचे दाम पर ही गहने बेचते हैं। इसके चलते जीएसटी लागू होने के बाद भी पूरे देश में एक दाम पर सोना बिकने की संभावना कम है।
इसलिए एक नहीं हो सकता दाम
- सोने की कीमतें हाजिर में उपलब्धता के आधार पर तय होती हैं। मसलन कोटा में सोने की मांग ज्यादा व सप्लाई कम है, तो बुलियन डीलर मार्जिन बढ़ा देता है। इसके उलट सप्लाई ज्यादा और मांग कम हो तो मार्जिन कम हो जाता है।
- दूरदराज के इलाकों तक सोना पहुंचाने पर ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और जुड़ जाता है। इसके अलावा परिवहन में जोखिम के कारण बुलियन डीलर सोना पहुंचाने पर प्रति दस ग्राम 100 से 200 रु. तक अतिरिक्त चार्ज लेते हैं।
- दूर-दराज के इलाकों में कम्युनिकेशन कमजोर होने से स्थानीय व्यापारी अपने हिसाब से कीमतें तय करते हैं।
- हर डीलर सोने पर प्रीमियम (ऑन) अपने हिसाब से तय करता है। इससे हर डीलर के पास सोने के भाव अलग-अलग होते हैं। प्रीमियम डॉलर/रुपए कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव और अन्य स्थानीय खर्च के लिए वसूला जाता है।
- प्रीमियम रोज तय होता है। डीलर का मार्जिन इसके अतिरिक्त होता है।
जीएसटी से महंगे होंगे गहने
जीएसटी के लिए चार दरें 5, 12, 18 और 28% तय की गई हैं। हालांकि किन वस्तुओं और सेवाओं पर इनमें से किस दर से टैक्स लगेगा यह तय करने का काम प्रगति पर है। इस पर अंतिम निर्णय जीएसटी काउंसिल को करना है। सूत्रों का कहना है कि जीएसटी के तहत सोने पर टैक्स की दर 3-4% के बीच रह सकती है। यानी सोने के गहने के लिए अलग टैक्स स्लैब रखा जाएगा। इससे जीएसटी लागू होने के बाद सोने के गहने खरीदना महंगा होगा।
केरल में ही गहने सस्ते होंगे
अभी देश में केरल को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में एक से दो फीसदी के बीच वैट है। वहीं, केरल में पांच फीसदी वैट लिया जा रहा है। इसके चलते जीएसटी के बाद केवल केरल में ही गहने सस्ते होंगे, बाकी जगह दाम बढ़ जाएंगे। लेकिन पहली जुलाई से देशभर में जीएसटी के लागू होने के बाद राज्यों के अलग-अलग वैट से छुटकारा मिल जाएगा।
जीएसटी की दर पर सरकार-उद्योग में मतभेद
जीएसटी में सोने के गहनों पर टैक्स की दर क्या हो, इसे लेकर न सिर्फ इंडस्ट्री के बीच मतभेद है, बल्कि राज्य सरकारों के बीच भी मतभेद है। हालांकि अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल को लेना है। लेकिन इतना तय है कि जीएसटी के तहत सोने के गहने के लिए अलग से टैक्स स्लैब की व्यवस्था होगी।
इम्पोर्ट ड्यूटी में कमी संभव
सरकार सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को 10 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर सकती है। इसके अनुपात में जीएसटी रेट बढ़ाया जा सकता है।