शेखावत ने कहा कि राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट की दृष्टि से नेचूरल कंफर्ट जोन है, ऎसे में कोरियाई कंपनियां निवेश के ठोस प्रस्ताव लाती है तो स्वागत किया जाएगा
जयपुर । उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री राजपाल सिंह शेखावत से मंगलवार को उद्योग भवन में रिपब्लिक ऑफ कोरिया के कार्यवाहक राजदूत ली हे वांग के नेतृत्व में 11 सदस्यीय दल ने मिलकर राजस्थान में औद्योगिक निवेश में रुचि दिखाई है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए राजस्थान में अनुकूल वातावरण बना है। राजस्थान शांतिपूर्ण और कानून व व्यवस्था की दृष्टि से बेहतर प्रदेश है।
उन्होंने बताया कि राज्य में निवेश के बेहतर माहौल से ही नीमराणा में जापानी कंपनी हीरो के साथ ही प्रदेश में जापानी औद्योगिक जोन में 40 से अधिक कंपनियां काम कर रही है।
उन्होंने बताया कि कोरियाई कंपनियां प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के ठोस प्रस्ताव लेकर आती है तो उन्हें भूमि व अन्य आवश्यक देय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने रिप्स में उपलब्ध सुविधाओं के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कस्टमाईज पैकेज पर भी विचार करने का विश्वास दिलाया। शेखावत ने कहा कि राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट की दृष्टि से नेचूरल कंफर्ट जोन है। ऎसे में कोरियाई कंपनियां निवेश के ठोस प्रस्ताव लाती है तो स्वागत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में औद्योगिक निवेश के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाने पर जोर दे रही है ताकि निवेश, रोजगार के साथ ही राजस्व भी बढ़ सके।
शेखावत ने राजस्थान ब्यूरो ऑफ इंवेस्टमेंट प्रमोशन के अधिकरियों को भी निर्देश दिए कि विदेशी दूतावासाें से संपर्क व समन्वय बनाते हुए प्रदेश में विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करे।
रिपब्लिक ऑफ कोरिया के कार्यवाहक राजदूत ली हे वांग ने कहा कि उनका देश राजस्थान में औद्योगिक निवेश करना चाहता है। उन्होंने बताया कि पूर्व में किसी कारण विशेष से निवेश को मूर्त रुप नहीं दिया जा सका पर अब प्रदेश सरकार के साथ समन्वय बनाते हुए ठोस प्रयास किए जाएंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरुप ने कहा कि कोरियाई कंपनियों को निवेश के ठोस प्रस्ताव लेकर आना होगा। उन्होंने पूर्व में कोरियाई ट्रेैड प्रमोशन ओरगनाइजेशन द्वारा धरातलीय प्रयास नहीं किए जाने की भी चर्चा की।
बैठक में उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा, आयुक्त बीआईपी टीना कुमार, संयुक्त सचिव उद्योग नीतू बारुपाल व कोरियाई दल के प्रतिनिधि उपस्थित थे।