जयपुर। राजस्थान में सरकार का बिजली उत्पादन से लेकर खरीद और वितरण मैनेजमेंट पूरी तरह फेल होता दिख रहा है। बिजली उत्पादन में काम आने वाले कोयले की खरीदी समय पर नहीं हो पाई। इससे कोयले की कमी आ गई है। ऐसे में प्रदेश के कई जिलों में घोषित और अघोषित बिजली कटौती शुरू हो गई है। बिजली संकट को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने भी बिजली बचत के लिए लोगों को जागरूक करने की बात कही। साथ ही अधिकारियों से भी अपील की है कि वे AC कम चलाएं।
राज्य सरकार ने खुद भी माना है कि प्रदेश में बिजली संकट बढ़ा हुआ है। हालात ये हैं कि राजधानी जयपुर में ही शुक्रवार को करीब 200 कॉलोनी और बस्तियों में 4 से 7 घंटे तक ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया, यानी इस दौरान बिजली नहीं आएगी। दिन में 35 डिग्री से ऊपर के तापमान के बीच लोगों को गर्मी में ही समय बिताना पड़ेगा। जयपुर डिस्कॉम क्षेत्र में आने वाले ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 2 से 5 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। जोधपुर डिस्कॉम क्षेत्र के अंतर्गत कई जिलों में कंपनी की ओर से बिजली कटौती लागू की गई है।
जोधपुर डिस्कॉम के ग्रामीण क्षेत्र में 3 से 4 घंटे तक की संभावित बिजली कटौती रहेगी। सभी नगर पालिका क्षेत्रों (जिला मुख्यालय छोड़कर) में दिन के समय 1 घंटे की संभावित बिजली कटौती रहेगी। जयपुर की कॉलोनियों में भी 4 से 7 घंटे की बिजली कटौती घोषित की गई है।
सीएम की अपील
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह लोगों को बिजली बचाने के लिए जागरूक करें। इसके साथ ही सरकारी अधिकारियों को भी कहा है कि वह एसी कम चलाएं और बिजली की बचत करें। सरकारी विभागों में भी जरूरत के समय ही बिजली चलाई जाए, बाकी समय उपकरणों को बंद रखा जाए।