जयपुर। Rajasthan Assembly Election: राजस्थान कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होते-होते अटक गई है। वजह राहुल गांधी नाराजगी बताई जा रही है। चर्चा है कि राहुल गांधी वहीं पुराने नामों के पैनल से नाराज हो गए है। इस बीच सियासी गलियारों में गहलोत दो मंत्रियों और एक दर्जा प्राप्त मंत्री का टिकट कट सकता है।
आलाकमान के फैसले के खिलाफ बगावत करने वाले मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी का टिकट कट सकता है। जबकि दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री धर्मेंद्र राठौड़ को टिकट नहीं मिलेगा। बता दें पिछले साल कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने वाले मंत्री धारीवाल ने सीधे तौर पर ही कांग्रेस आलाकमान को चुनौती दे डाली थी। धारीवाल ने कहा कि हमारे आलाकमान सीएम अशोक गहलोत है। सियासी गलियारों में अब उनके टिकट कटने के चर्चाएं जोरों से है।
पिछले साल 25 सितंबर को धारीवाल ने पार्टी आलाकमान के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था। सोनिया गांधी, जो उस समय पार्टी की अंतरिम प्रमुख थीं, ने खड़गे और अजय माकन को पर्यवेक्षकों के रूप में राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की बैठक आयोजित करने के लिए भेजा था। इन खबरों के बीच कि गहलोत को उनके पद से हटाकर पार्टी प्रमुख बनाया जा सकता है। पार्टी विधायकों की बैठक नहीं हो पाने के बाद पर्यवेक्षक दिल्ली लौट गए थे।
गहलोत को लगेगा झटका: सियासी जानकारों का कहना है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल गहलोत कैबिनेट में नंबर 2 माने जाते हैं। एक सेकेंड में कलेक्टर-एसपी का तबादला सिर्फ धारीवाल ही करवा सकते है। ऐसे में धारीवाल का टिकट नहीं मिलने के मतलब सीधे तौर पर सीएम अशोक गहलोत को झटका होगा। हालांकि, लिस्ट जारी होने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी। लेकिन चर्चा है कि धारीवाल और जोशी के टिकट कट सकते है। धारीवाल वैसे भी उम्रदराज हो गए है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि उनके बेटे या फिर पुत्रवधू को टिकट मिल सकता है। जबकि महेश जोशी की जगह उनके बेटे को टिकट नहीं मिलेगा। क्योंकि उनके बेटे पर रेप के आरोप है।
धारीवाल के बेटे को टिकट: चर्चा है कि शांति धारीवाल की जगह उनके बेटे को टिकट दिया जाएगा। इसी प्रकार जलदाय मंत्री महेश जोशी का टिकट भी खतरे में बताया जा रहा है। हालांकि, सीएम गहलोत ने पुरजोर पैरवी कर रहे हैं, लेकिन केसी वेणुगोपाल टिकट देने के पक्ष में नहीं बताए जा रहे हैं।
दरअसल, दोनों मंत्रियों ने कांग्रेस आलाकमान के भेजे गए पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन की बैठक का बहिष्कार कर दिया था। बाद में विधायक दल की बैठक कर दिया। बहिष्कार करने से कांग्रेस आलाकमान नाराज है। सचिन पायलट इन नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। तीनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था।