कोटा। कोटा विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से वर्ल्ड हेरिटेज डे पर मंगलवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस दौरान छात्र छात्राओं ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स को लेकर विभिन्न प्रकार के पोस्टर बनाए।
विभागाध्यक्ष डॉ. अनुकृति शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में इशिका सक्सेना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इशिका ने जलवायु परिवर्तन के कारण विश्व विरासत पर होने वाले प्रभाव को पोस्टर के माध्यम से समझाया था।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए डॉ. अनुकृति शर्मा ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का इतिहास उसकी वर्तमान और भविष्य की नींव होता है। जिस देश का इतिहास जितना गौरवमयी होगा, वैश्विक स्तर पर उसका उतना ही नाम होगा। किसी भी देश की पहचान उसकी सभ्यता की जानकारी उसके देश में उपस्थित धरोहरों से ही होती है।
इतिहास में कब कहां क्या घटित हुआ, यह जानना हमारे लिए बहुत आवश्यक है। इन्हीं घटनाओं और इतिहास की संस्कृति को जीवित रखने के उद्देश्य से ही विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। हमारे ऐतिहासिक स्थल विश्व भर में भारत को एक अलग ही पहचान दिलाते हैं।
उन्होंने कहा कि हम वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के रख-रखाव में अपना योगदान दे सकते हैं। ताकि विश्व विरासत की खूबसूरती कम न हो और दुनिया के लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहें। उन्होंने कहा कि पर्यटन लोगों को इन धरोहरों को देखने और जानने का बहुत ही बड़ा माध्यम बना है।
देश के अलग-अलग देशों में स्थित ये धरोहरें प्रकृति के साथ मानवीय रचना और कला को बयां करती हैं। इन्हें संरक्षित करना हर एक नागरिक की जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन्होंने बच्चों को इन धरोहरों के संरक्षण के प्रति शपथ भी दिलाई।