GST: 28 प्रतिशत वाले स्लैब को किया जा सकता है कम

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नई दिल्ली। सरकार अब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को सिम्पल टैक्स बनाने की कोशिश कर रही है। पिछले शुक्रवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कई वस्तुओं पर टैक्स रेट कम किया गया था। अब सरकार जीएसटी के 28 फीसदी वाले स्लैब की समीक्षा कर रही है।

वित्त मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि 28 फीसदी वाले स्लैब में आने वाली रोजमर्रा के इस्तेमाल की कई चीजों को 12 या 18 पर्सेंट वाले स्लैब में डाला जा सकता है। इसका मतलब है कि जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में कुछ और चीजें सस्ती हो सकती हैं।

किन पर घटेगा टैक्स
सूत्रों के अनुसार, च्युइंग गम, चॉकलेट, शेविंग क्रीम, आफ्टर शेव, हेयर शैंपू, सनस्क्रीन क्रीम, सेरेमिक टाइल्स, वेट मशीन, वॉशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर, शावर्स और पेंट पर जीएसटी की दर कम हो सकती है। सरकार 28 फीसदी वाले स्लैब में शामिल उन सभी वस्तुओं की समीक्षा कर रही है, जो सीधे तौर पर आम आदमी की जिंदगी से जुड़े हैं।

इसमें देर क्यों हुई
वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों का कहना है कि जीएसटी लागू करते समय आमदनी पर ज्यादा ध्यान था। तब इसका ख्याल रखा गया था कि जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों की आमदनी किसी भी तरह से कम न हो जाए। इसलिए कई सामान को 28 फीसदी के टैक्स स्लैब में डाला गया था।