नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में भारतीय बाजारों से शुद्ध रूप से 12,278 करोड़ रुपये की निकासी की है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 29 अक्टूबर के दौरान शेयरों से 13,550 करोड़ रुपये निकाले हैं। इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार में 1,272 करोड़ रुपये डाले हैं। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 12,278 करोड़ रुपये रही है।
यहां एक बात ध्यान देने की है कि पिछले 10 सत्रों में से 9 दिन शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि इस बीच सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर से करीब 3000 अंक गिर गया है। इस गिरावट की वजह है एफपीआई की तरफ से लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकालना। इससे पहले अगस्त और सितंबर में एफपीआई भारतीय बाजारों में शुद्ध लिवाल रहे थे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘अत्यधिक मूल्यांकन की वजह से एफपीआई सतत आधार पर भारत से निकासी कर रहे हैं। हालांकि, बैंकों और वाहन कंपनियों वे लिवाली कर रहे हैं।’’ कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध-खुदरा प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि अक्टूबर में उभरते बाजारों में एफपीआई प्रवाह का रुख मिलाजुला रहा है।
इस दौरान इंडोनेशिया, फिलिपीन और थाइलैंड को क्रमश: 95.1 करोड़ डॉलर, 80 लाख डॉलर और 56.4 करोड़ डॉलर का एफपीआई प्रवाह मिला है। वहीं दूसरी ओर ताइवान और दक्षिण कोरिया से एफपीआई ने क्रमश: 263.3 करोड़ डॉलर और 280.1 करोड़ डॉलर की निकासी की है।