होटल फोर्ट रजवाड़ा फ्रॉड के मामले में SBI के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को जेल भेजा

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जैसलमेर। 200 करोड़ के होटल फोर्ट रजवाड़ा को 25 करोड़ में बेचने के मामले में SBI के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को जैसलमेर CJM कोर्ट ने सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पूर्व SBI चेयरमैन की गिरफ्तारी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। जैसलमेर की सदर थाना पुलिस ने हाई प्रोफाइल शख्सियत को गिरफ्तार करने में जो कामयाबी हासिल की, उसकी कहानी दिलचस्प और पूरी फिल्मी है।​

आरोपी पुलिस से बचने के लिए दिल्ली की एक कॉलोनी में छिपा रहा। पुलिस को जब उसका पता नहीं मिला तो गूगल की मदद ली। वहां से पता चला यह 11 कंपनियों का डायरेक्टर है। इसी इनपुट के आधार पर सर्च किया तो सामने आया कि वह कॉलोनी में छिपा है। यहां उसकी बेटे की कार का पता लगा और उसी की मदद वह पकड़ में आ गया।

​​​​​​दरअसल, सदर थाना पुलिस को सीजेएम कोर्ट के द्वारा प्रतीप चौधरी नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी का वारंट मिलता है। पते के नाम पर उस पर केवल प्रतीप चौधरी एक्स चेयरमैन एसबीआई दिल्ली लिखा था। सदर पुलिस ने 28 अक्टूबर को दिल्ली में डेरा डाला और वारंट के नाम के आदमी की तलाश में एसबीआई दिल्ली हेड क्वार्टर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन वहां से टीम को निराशा हाथ लगी। क्योंकि प्रतीप चौधरी का वर्तमान पता कोई बताने को तैयार नहीं था।

पुलिस टीम को जब कहीं से मदद नहीं मिली तो उन्होंने गूगल में एसबीआई के पूर्व चेयरमैन को सर्च किया। तो पूर्व एसबीआई चेयरमैन के नाम से एक प्रोफाइल मिली। जिसमें प्रतीप चौधरी को 11 अलग-अलग कंपनियों में डायरेक्टर के तौर पर दर्शाया गया था। इस प्रोफाइल में कंपनियों के पते थे, लेकिन घर का पता और मोबाइल नंबर नहीं थे। पुलिस टीम ने हार नहीं मानी और जगह-जगह इस नाम के आदमी की पड़ताल जारी रखी। आखिरकार टीम को जानकारी मिली कि प्रतीप चौधरी मूलत: पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। तब पुलिस ने दिल्ली में उन सभी जगहों की जानकारी जुटाई, जहां-जहां बंगाली रहते हैं।

इस दौरान जानकारी मिली कि प्रतीप चौधरी नाम का व्यक्ति दुर्गा मेला मैदान चितरंजन पार्क के आस-पास निवास करता है। इस पर टीम ने उस एरिया में कॉलोनियों और सोसायटियों में तलाश की। इस दौरान एक घर पर 1591 और चौधरी लिखा मिला।

पुलिस टीम को घर में एक गाड़ी दिखी, जिसके नंबर के आधार पर गाड़ी मालिक का पता चला। यह गाड़ी प्रतीप चौधरी के बेटे के नाम से रजिस्टर्ड है। पुलिस टीम ने उस घर के आसपास अपना जाल बिछाया। करीब 24 घंटे लगातार रात-दिन सादा वर्दी में रेकी की। इस दौरान आसपास के लोगों के पूछताछ करने पर पुलिस टीम ने अलग-अलग कारण बताकर उनको गुमराह किया।

इस दौरान टीम ने फल-सब्जी वालों और आसपास ठेले वालों से प्रतीप चौधरी की जानकारी जुटाई। शनिवार को उन्होंने प्रतीप चौधरी को अपने घर में घूमते पाया। इसके बाद पुलिस टीम ने दिल्ली पुलिस की सहायता से उनके घर में प्रवेश किया।

बाथरूम में छुपा मिला प्रतीप चौधरी
रविवार सुबह जब दिल्ली पुलिस और जैसलमेर पुलिस की टीम घर में घुसी, तब प्रतीप चौधरी घर में नहीं मिला। पुलिस ने पूरा घर छान मारा, लेकिन पुलिस को प्रतीप नहीं मिला। फिर पुलिस ने बाथरूम की तलाश की तो बाथरूम में छुपा मिला। जैसलमेर पुलिस की टीम उनको लेकर तुरंत जैसलमेर के लिए रवाना हो गई।