सेंसेक्स 885 और निफ्टी 240 अंक लुढ़क कर बंद

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मुंबई। सप्ताह में आज गुरुवार को कारोबार के चौथे दिन बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। सुबह सेंसेक्स 542.28 अंक नीचे और निफ्टी 169.6 पॉइंट नीचे खुला। दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 955 अंक से ज्यादा नीचे गिर गया। ऐसा लग रहा था कि 20 लाख करोड़ रुपए के आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज की घोषणा के दूसरे दिन भी बाजार में बढ़त रहे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 885.72 अंक या 2.77% नीचे 31,122.89 पर और निफ्टी 240.80 पॉइंट या 2.57% नीचे 9,142.75 पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 637.49 अंक ऊपर 32,008.61 पर और निफ्टी 187.00 पॉइंट ऊपर 9,383.55 पर बंद हुआ।

बाजार में गिरावट के 5 प्रमुख कारण

  1. बाजार को 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की उम्मीद थी, लेकिन वित्त मंत्री ने कहा कि इस पैकेज से जुड़ी घोषणाएं किश्तों में की जाएंगी। फिलिप कैपिटल ने कहा, यह कोई भी राय बनाने के लिए पैकेज से जुड़ी सभी घोषणाओं की प्रतीक्षा करेगा।
  2. एनालिस्ट ने देखा कि ज्यादातर घोषणाएं क्रेडिट गारंटी के रूप में सामने आई हैं। एमके ग्लोबल ने कहा कि वित्त वर्ष 21 में वास्तविक राजकोषीय हिट 24,000 करोड़ रुपए या जीडीपी का 0.12 प्रतिशत होना चाहिए।
  3. जब तक सभी घोषणाएं नहीं हो जाती हैं, तब तक वित्त मंत्री ने पैकेज के वित्तपोषण के विवरण को विभाजित करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि निधियों के हिस्सा के अतिरिक्त 4.2 लाख करोड़ रुपए उधार से आएंगे। फिलिप कैपिटल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में 7.5 लाख करोड़ रुपए की शेष राशि के उपयोग की घोषणा की जाएगी।
  4. मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज ने कहा कि हमारे आकलन में, एमएसएमई और एनबीएफसी के लिए सरकारी पैकेज के तहत कुल व्यय लगभग 6 लाख करोड़ रुपए है। हालांकि, सरकार का वास्तविक खर्च लगभग 1 से 1.9 लाख करोड़ रुपए तक सीमित हो सकता है।
  5. भारत में अधिकांश अन्य उभरते बाजारों की तुलना में हाई संप्रभु ऋण-से-जीडीपी अनुपात है। क्रेडिट सुइस ने कहा कि बाजारों और नीति निर्माताओं के लिए चिंताओं में से एक रेटिंग एजेंसियों द्वारा संभावित कार्रवाई है।

बीएसई पर करीब 55 फीसदी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही

  • बीएसई का मार्केट कैप 122 लाख करोड़ रुपए रहा
  • 2,473 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इसमें 946 कंपनियों के शेयर बढ़त में और 1,368 कंपनियों के शेयर में गिरावट रही
  • 33 कंपनियों के शेयर 1 साल के उच्च स्तर और 76 कंपनियों के शेयर एक साल के निम्न स्तर पर रहे
  • 234 कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट और 224 कंपनियों के शेयर में लोअर सर्किट लगा