लॉकडाउन के कारण इलाहाबाद और इंडियन बैंक के विलय में देरी संभव

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कोलकाता। कोरोनावायरस के कारण देश में चल रहे 21 दिन के लॉकडाउन के कारण इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक के प्रस्ताविक विलय में देरी हो सकती है। यह जानकारी शनिवार को इलाहाबाद बैंक के एक अधिकारी ने दी। हालांकि, प्रस्ताविक विलय के लिए निर्धारित तारीख 1 अप्रैल से बेसिक बैंकिंग ट्रांजेक्शन की शुरुआत हो सकती है।

डिपॉजिट और निकासी की सुविधा शुरू हो सकती है
अधिकारी ने बताया कि लंबी अवधि के लॉकडाउन के कारण दोनों बैंकों के विलय की प्रक्रिया में थोड़ी देरी हो सकती है। लेकिन कैश डिपॉजिट, कैश की निकासी और मनी ट्रांसफर जैसी सेवाएं 1 अप्रैल से शुरू हो सकती है। विलय समझौते के तहत इंडियन बैंक के 115 शेयर के बदले इलाहाबाद बैंक के 1000 शेयर स्वैप किए जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि इस प्रस्तावित विलय के बाद इलाहाबाद बैंक अपने आईकॉनिक हेड ऑफिस को खाली कर देगा और नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएगा।

नए लोगों में रहेगा इलाहाबाद नाम
अधिकारी ने बताया कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक के लोगो की डिजाइन का कार्य चल रहा है। नए लोगो में इलाहाबाद नाम को इंडियन बैंक के ठीक नीचे रखा जाएगा। अधिकारी ने बताया कि विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 3 से 6 महीने के भीतर हेड ऑफिस को खाली कर दिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बैंक की शाखाएं अपनी पूरी क्षमता के अनुसार कार्य नहीं कर रही हैं।

इलाहाबाद बैंक के सभी कर्मचारी रिटेन होंगे
अधिकारी ने बताया कि विलय के बाद बनने वाली नई एंटिटी का कुल कारोबार 8.40 लाख करोड़ रुपए का होगा। नई एंटिटी में इलाहाबाद बैंक के पूरे स्टाफ को रिटेन किया जाएगा। इंडियन बैंक के मौजूदा एमडी और सीईओ नई बनने वाली एंटिटी के नए मुखिया होंगे।