रेल राज्य मंत्री का रेलवे के निजीकरण से इंकार, पीपीपी मॉडल पर होगा विकास

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कोटा। रेल राज्यमंत्री दर्शनाबेन जरदोश ने कहा कि रेलवे का पीपीपी मोड पर विकास होगा। भारत सरकार की पटरी है, जो हमारे पास है वो हमारा ही है। इसमें निजीकरण का सवाल ही नहीं। रेल राजयमंत्री ने बुधवार को सोगरिया स्टेशन और मेमू ट्रैन का शुभारंभ करने के बाद मीट दी प्रेस में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि पटरी के ऊपर कोई ट्रेन चलाना चाहते है तो उनको मौका देंगे। रेलवे के पास बहुत जमीन है। उन्होंने निजीकरण करने की बात से इनकार करते हुए कहा कि पीपीपी मोड़ पर स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएगी। जिससे स्टेशन के आसपास होटल, मॉल, बनेंगे। लोगों को इससे फायदा मिलेगा। ऑपरेटिंग में भी निजीकरण की बात से इनकार किया।

आधुनिकरण के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह गुजरात के गांधीनगर में रेलवे स्टेशन के ऊपर ही फाइव स्टार होटल है। इसी तर्ज पर देश के अन्य स्टेशनों का भी विकास किया जाएगा। जहां होटल ,शॉपिंग मॉल व अन्य सुविधाएं होंगी।

डकनिया स्टेशन पीपीपी मॉडल पर
उन्होंने बताया कि राजस्थान में कोटा के डकनिया और जयपुर स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर डवलप करने के लिए चुना गया ह। इस तरह के देश में कुल 75 स्टेशन चिन्हित किए गए हैं जिन्हें पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा।

रेलवे कर्मचारियों द्वारा नई पेंशन स्कीम का विरोध करने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को इसके फायदे के बारे में बाद में पता चलेगा। ट्रेनों की स्पीड व सुरक्षा पर पूछे गए सवाल पर मंत्री के बजाय डीआरएम ने जवाब दिया। कहा धीरे धीरे ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाएगी।