दिसंबर तिमाही में और घट सकती है GDP ग्रोथ रेट, 4.3 फीसदी रहने का अनुमान: नोमुरा

750

सिंगापुर। भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है। दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में ग्रोथ रेट गिरकर 4.5 फीसदी पर पहुंच गया। तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) को लेकर जापान की वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी नोमुरा का मानना है कि विकास की रफ्तार और धीमी होगी और यह घटकर 4.3 फीसदी पर पहुंच सकती है। नोमुरा का मानना है कि वर्ष 2020 की पहली तिमाही (वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही) में जीडीपी ग्रोथ रेट में मामूली सुधार होगा और यह 4.7 प्रतिशत रह सकता है।

NBFC संकट से स्थिति गंभीर
नोमुरा की मुख्य अर्थशास्त्री (भारत और एशिया) सोनल वर्मा ने कहा, ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) का संकट लंबा खींच जाने के कारण डोमेस्टिक लोन अवेबिलिटी की स्थिति गंभीर बनी हुई है।’ बाजार का मानना है कि देश की जीडीपी वृद्धि दर अपने निचले स्तर पर आ चुकी है और अब आगे इसमें सुधार होगा। नोमुरा का मानना है कि वृद्धि दर में अभी और गिरावट आ सकती है।

7 लाख तक टैक्स बचा सकते हैं होम बायर्स
2019 में ग्रोथ रेट 5.3 फीसदी रहने का अनुमान
इस तरह नोमुरा ने 2019 के लिए आर्थिक विकास दर का अनुमान 5.3 फीसदी से घटाकर 4.9 फीसदी कर दिया है। 2020 के लिए भी ग्रोथ रेट का अनुमान 6.3 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी और 2021 के लिए ग्रोथ रेट का अनुमान 6.5 प्रतिशत कर दिया है।

2019-20 में ग्रोथ रेट 4.7 फीसदी रहने का अनुमान
सोनल वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वित्त वर्ष के हिसाब से हमें जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2019-20 में 4.7 प्रतिशत तथा वित्त वर्ष 2020-21 में 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे पता चलता है कि सुधार में विलंब हो रहा है तथा इसकी गति 2020 के अंत तक संभावित गति की तुलना में कम रह सकती है।