चिकित्सीय लापरवाही से किसी भी नवजात की मौत नहीं होनी चाहिए : बिरला

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कोटा। जेकेलोन अस्पताल में पिछले दिनों 48 घंटे में हुई 10 बच्चों की मौत के बाद रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जेके लोन अस्पताल का दौरा किया। शिशुओं की मौत को दु:खद बताते हुए बिरला ने कहा, जीवन रक्षक उपकरणों की कमी और चिकित्सीय लापरवाही से किसी नवजात शिशु की मौत नहीं होनी चाहिए। जन सहयोग से उपकरणों की कमी दूर करने एवं सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई का कार्य पूरा कराया जाएगा।

उन्होंने कहा, जब दिल्ली में इसकी जानकारी मिली तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया। यहां लापरवाही से किसी मौत नहीं होनी चाहिए। यह संभाग का बड़ा अस्पताल है। बच्चों की उपचार की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। बच्चों को बचाने के लिए धन और साधनों की कमी आड़े नहीं आने देंगे।

कुछ संस्थाओं से सहयोग के लिए बात की है। प्राचार्य व अधीक्षक की डिमांड पर 15 दिन के अंदर जन सहयोग से उपकरण उपलब्ध कराएंगे। इस दौरान विधायक संदीप शर्मा, चंद्रकांता मेघवाल, पूर्व विधायक हीरालाल नागर भी उपस्थित रहे।300 बेड का अस्पताल बने

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, कोटा में बच्चों के लिए अलग से 300 बेड के अस्पताल की जरूरत है। इसके लिए राज्य सरकार से अनुरोध करेंगे। जरूरत पड़ी को केन्द्र सरकार से भी सहयोग लेंगे।

ज्ञातव्य है कि जेकेलोन अस्पताल में पिछले दिनों 48 घंटे में 10 बच्चों की मौत को लेकर शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर बच्चों की असमय हुई मौत की ओर ध्यान आकर्षित किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जांच कमेटी का गठन किया। उसी दिन चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया कोटा पहुंचे और अस्पताल का हाल देखा और जांच शुरू कराई।