केन्द्र सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए सजग: स्पीकर बिरला

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अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन के अधिवेशन ‘शंखनाद’ का शुभारंभ

कोटा। महिला सशक्तीकरण के लिए महिलाओं को सामाजिक और राजनीतिक अधिकार, वित्तीय सुरक्षा, न्यायिक शक्ति और वे सारे अधिकार जो पुरुषों को प्राप्त हैं, मिलना चाहिए। भारत की महिलाएं राष्ट्र की प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और सरकार उनके योगदान और क्षमता को पहचानती है। सरकार ने महिला सशक्तिकरण को लेकर कई मजबूत कदम उठाए हैं।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से लेकर बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं और उनके दैनिक जीवन और उनकी दीर्घकालिक संभावनाओं को सुधारने के लिए कई पहल की है। केंद्र सरकार ने अपने कामकाज की बदौलत एक तरह से महिलाओं को एक साथ जोड़ दिया है। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम कृष्ण बिरला ने रविवार को एलन सम्यक लैंड मार्क सिटी कुन्हाडी में अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन के अधिवेशन ‘शंखनाद’ के शुभारंभ के मौके पर कही।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिरला ने कहा कि माहेश्वरी माहिलाओ को संगठनात्मक रूप से आगे आना होगा। इसके लिए हमें हर संभव प्रयास करने होंगे, ताकि आवश्यकता पडने पर माहेश्वरी महिला संगठन एक सशक्त नारी समृद्ध समाज की परिकल्पना को पूरी कर जन-जन तक मदद पहुंचा सके।

सशक्त नारी प्रगति का है पैगाम: पद्मभूषण राजश्री बिरला ने अपने वर्चुअल संबोधन में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आदि काल से महिलाओं को शाक्ति का स्वरूप माना गया है। जिनका पुराणों में जिक्र है। पूर्व मे जो महिलाएं सहनशाक्ति के लिए जानी जाती थी, वह आज शिक्षा व अवसर मिलने से प्रगति का पैगाम बन गई है। उन्होंने सशक्त नारी, समृद्ध समाज की परिकल्पना के लिए नारी ऐसा कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। नारी बच्चों की प्रथम गुरू है। उन्होंने सरोजनी नायडू, इंदिरा गांधी से कल्पना चावला, सायना नहवाल व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक के उदाहरण देकर नारी शाक्ति के परचम को विस्तार से बताया।

कार्यक्रम का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम कृष्ण बिरला, श्यामसुन्दर सोनी, नागपुर (सभापति महासभा), रामपाल सोनी भीलवाड़ा (पूर्व सभापति महासभा), एसएन चांडक (चेयरमेन शील बायोटेक, दिल्ली), राजेश कृष्ण बिरला (उप सभापति पश्चिमांचल), आशा माहेश्वरी (राष्ट्रीय अध्यक्ष) ने दीप प्रज्जोलित कर दिया।

‘शंखनाद’ कार्यक्रम को संबोधित करते राजेश बिरला।

समन्वय 3 का विमोचन: प्रथम सत्र का प्रारंभ गणेश पूजन, मंचपूजन से शंखनाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में सशक्त महिलाओं किशोरी प्रतिभा सम्मान व महिला सेवा ट्रस्ट की पुस्तक समन्वय 3 का विमोचन किया गया। सत्कारमूर्ति रतनी देवी बापू रामेश्वरलाल काबरा (मुम्बई), माधवदास मोदी (जोधपुर), संदीप कावरा (महामंत्री, महासभा), मानधना परिवार से गोविंद माहेश्वरी, सूरज बिरला, डॉ.अमिता बिरला (प्रर्दशनी उद्घाटनकर्ता), कैलाश सोनी (सयुंक्त मंत्री, पश्चिमांचल), आशा राजेश मानधना राष्ट्रीय अध्यक्ष आशा माहेश्वरी ने प्रतिभा को प्रशस्ति पत्र भेंट किया।

इनका हुआ सम्मान: महिला सशक्ति सम्मान पूर्वांचल से रचना राठी, पश्मिांचल से सविता राठी, उत्तराचंल से प्रतिभा रांदड, दक्षिणांचल से आरती डागा, सुनिता डागा कोटा, मधु नुवाल, बूंदी मेयर व डॉ. मीनाक्षी शारदा कोटा को दिया गया। किशोरी सम्मान पूर्वांचल से अंजलि बिरला कोटा, आरना अटल, पश्चिमांचल से गौरी माहेश्वरी, मध्यांचल से भाविका माहेश्वरी, दक्षिणाचंल से कलश भैया, प्रज्ञा माहेश्वरी उत्तराचंल को दिया गया।

इसके बाद प्रकृति संरक्षण व जीवन सरंक्षण के लिए पांच सूत्रों के माध्यम सेे नाटिका में जीवन दर्शन प्रस्तुत किया गया। 5G – गाय, गंगा, ग्राम,गीता व गोविंद पर नाटय प्रस्तुति से जनमानस को जीवन जीने की कला को प्रस्तुत किया गया।

यशस्वी टीम विजेता रही: शाम को व्यक्तिव विकास एवं कार्यकर्ता प्रक्षिशण समिति द्वारा काॅम्पीटीशन कर्म सारथी पुरस्कार का आयोजन किया गया। पांच टीमों यशस्वी, तेजस्वी, प्रशस्वी, ओजस्वी व मनस्वी के माध्यम से व्यक्तित्व विकास व टीम भावना व लीडर शीप से जुडे प्रश्न पूछे गए। टीमों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार भी रखे। इस प्रतियोगिता की विजेता यशस्वी टीम रही।

इनका रहा विशेष योगदान
कार्यक्रम की रूपरेखा एवं आयोजन को सफल बनाने मे आशा माहेश्वरी (राष्ट्रीय अध्यक्ष), निर्मला मारू (बाल संस्कार एवं किशोरी विकास समिति ) (सचिव मा. महिला प्रदेश अध्यक्ष कुंती मूंदडा, मंजू भराडिया (प्रदेश मंत्री), राष्ट्रीय महामंत्री मंजू बांगड कानपुर से राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ज्योति राठी रायपुर, शैला कलंत्री वेवला, ममता मोदानी भीलवाडा, राष्ट्रीय बाल सचिव पुष्पा सोमानी, किरण मानधना, मधु बाहेती, ऋतु मूंदड़ा (अध्यक्ष मा. महिला मण्डल कोटा), सचिव प्रीति राठी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गीता मूंदडा व विमला साबू माहेश्वरी महिला मंडल कुन्हाडी अध्यक्ष अर्चना शारदा एवं प्रचार प्रसार समिति से संगीता काबरा, निशा धूत, मंजू राजेन्द्र बांगड़, ज्योति कमल किशोर राठी, शैला जुगल किशोर जी कलंत्री, ममता श्रीनिवास मोदानी, किरण गोविन्द मानधना, सविता जयनारायण पटवारी आदि का विशेष योगदान रहा।