नई दिल्ली। नए आईटी नियमों का पालन करने में आनाकानी कर रहे ट्विटर के तेवर ढीले पड़ गए हैं। सोशल मीडिया कंपनी ने बुधवार को सरकार को पत्र लिखकर कहा कि वह नोडल संपर्क अधिकारी और स्थानीय शिकायत निवारण अधिकारी की नियुक्ति कर चुका है और एक सप्ताह में मुख्य अनुपालन अधिकारी (सीसीओ) को भी तैनात कर दिया जाएगा।
नए आईटी नियमों पर बेहद खींचातानी के बाद केंद्र सरकार ने 5 जून को ट्विटर को निर्णायक नोटिस दिया था। इस नोटिस में ट्विटर से सभी इंटरमीडियरी दर्जा वापस लेने की चेतावनी दी गई थी।
इस नोटिस का जवाब देते हुए ट्विटर ने कहा कि वह नए दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के वैश्विक प्रभाव के चलते वह इनके अनुपालन में असमर्थ रहा है।
ट्विटर ने कहा, हम मुख्य अनुपालन अधिकारी की नियुक्ति को अंतिम देने की स्थिति में हैं और अगले कुछ दिन में सरकार को अतिरिक्त जानकारी मुहैया कराने की हमारी योजना है। हम हफ्ते भर में ऐसा कर सकते हैं। ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमने सरकार को दिशानिर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया है। हम भारत सरकार के साथ सकारात्मक संवाद जारी रखेंगे।
बता दें कि पिछले महीने 25 मई से अमल में आ गए नए दिशानिर्देश लागू करने पर फेसबुक और गूगल की तरफ से हामी भर दी गई थी, लेकिन ट्विटर इनका पालन करने में हीलाहवाली कर रहा था और उसने इन्हें अदालत में भी चुनौती दी थी।
इसके बाद ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत आरएसएस के कई नेताओं के ब्ल्यूटिक भी हटा दिए थे, लेकिन सरकार के दबाव के चलते उसे अपने कदम वापस खींचने पड़े थे।