बियरिंग मूवमेंट बढ़ने और लोड सहन क्षमता से अधिक होने (टोलरेंस लिमिट क्रॉस करने) पर ब्रिज का यातायात रोकना पड़ेगा, हालांकि एेसा कभी-कभी और कुछ समय के लिए ही होगा।
कोटा। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के तहत कोटा में बने हैंगिंग ब्रिज पर सहन क्षमता से ज्यादा मूवमेंट हुआ तो यातायात थम जाएगा। तेज हवा या आंधी की स्थिति में ब्रिज पर लगे मोशन सेंसर इसके मूवमेंट को दर्ज करेंगे। ज्यादा वेरिएशन आने पर ब्रिज पर कुछ समय के लिए यातायात रोका जाएगा। मोशन सेंसर्स की मॉनिटरिंग फ्रांस और दिल्ली में होगी।
नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के सीजीएम एमके जैन ने बताया कि यह ब्रिज दूसरे ब्रिजों से बिलकुल अलग है। केबल स्टे ब्रिज में नीचे की तरफ बियरिंग लगे हुए हैं। एेसे में हवा का प्रेशर ज्यादा और लोड बढऩे पर ब्रिज का मूवमेंट होगा।
इसको दर्ज करने के लिए ऑटोमेटिक सेंसर लगे हैं। बियरिंग मूवमेंट बढऩे और यह सहन क्षमता से अधिक होने (टोलरेंस लिमिट क्रॉस करने ) पर ब्रिज का यातायात रोकना पड़ेगा। हालांकि एेसा कभी-कभी और कुछ समय के लिए ही होगा।
पब्लिक एनाउंस सिस्टम
गैमन इंडिया लिमिटेड ने सुरक्षा की दृष्टि से एक व्हीकल पर पब्लिक एनाउंस सिस्टम तैयार कराया है। यह ब्रिज व बाइपास के कुछ हिस्से पर लोगों को वाहन पार्क करने और ब्रिज पर यातायात में बाधा पहुंचाने वाले वाहनों को रोकने का काम कर रहा है। ब्रिज के दोनों ओर लगे अवरोध भी हटा दिए हैं।
अब स्पेशल दिन ही सतरंगी लाइट्स
उद्घाटन समारोह के लिए एनएचएआई ने ब्रिज पर सतरंगी लाइट्स लगवाई थी। इन्हें अब हटवा दिया गया है। अब खास मौकों और त्योहारों पर ही इस तरह की लाइट्स लगवाई जाएंगी।
मोदी ने किया था हैंगिंग ब्रिज का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने 29 अगस्त को उदयपुर से बटन दबाकर कोटा के हैंगिंग ब्रिज का लोकार्पण किया था। राजस्थान को नई पहचान देने वाले इस ब्रिज का लोकार्पण होते ही कोटा में चम्बल ब्रिज पर मौजूद कोटा के हजारों लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई।