जयपुर। राजस्थान में कोरोना सुपर एक्टिव मोड में पहुंच गया है। 10 दिन में संक्रमण के केस तीन गुना बढ़ गए। प्रदेश में गुरुवार को 1350 संक्रमित मरीज मिले। 10 दिन पहले यानी 23 मार्च को 480 केस मिले थे। इस दूसरी लहर में चिंताजनक बात यह है कि RTPCR टेस्ट में कोरोना वायरस पकड़ में नहीं आ रहा है। RTPCR रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। जब उनका सीटी स्कैन हो रहा है तो लंग्स में इंफेक्शन सामने आ रहा है यानी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
राज्य में करीब 80 प्रतिशत केस ए-सिम्प्टोमैटिक हैं, यानी कई लोगों में सामान्य जुकाम, खांसी, गले में खराश, हाथ-पैर और बदन में दर्द के लक्षण नजर आ रहे हैं, लेकिन जब वे RTPCR टेस्ट करा रहे हैं तो उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। एक्सपर्ट कहते हैं कि कोई ए-सिम्प्टोमैटिक 20 लोगों के संपर्क में आ रहा है तो तय है कि वह 10 को संक्रमित करेगा। इनसे संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है।
संक्रमण दर बढ़कर 3% हुई
2020 के नवंबर में कोरोना पीक पर था। तब 24 घंटे में 3000 से ज्यादा केस सामने आए थे। इसके बाद दिसंबर से केस घटना शुरू हुए। इस साल जनवरी में संक्रमण की दर 0.88% थी। अब यह बढ़कर 3% हो गई है। अब 100 सैंपल टेस्टिंग पर 3 पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कोरोना संक्रमण की यही रफ्तार रही तो जुलाई तक पॉजिटिविटी रेट 10% को पार कर जाएगा।
अभी 10 शहरों में नाइट कर्फ्यू
सरकार ने 10 शहरों में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। इन शहरों में जोधपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, आबूरोड, उदयपुर, जयपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, सागवाड़ा और कुशलगढ़ हैं। 21 मार्च को पहले 8 शहरों में रात 11 बजे नाइट कर्फ्यू लगाया, फिर मामले बढ़ने पर 10 शहरों में इसे लागू किया गया। मुख्यमंत्री ने अफसरों को लगातार निगरानी के निर्देश दिए हैं। जहां भी मामले बढ़ेंगे, वहां नाइट कर्फ्यू के अलावा दूसरी पाबंदियां लगाने को कहा है।