मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक वाली कार और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की जांच में खुलासा हुआ है कि वाझे कथित वसूली रैकेट को नरीमन पॉइंट स्थित एक फाइव स्टार होटल से चला रहा था। यहां उसके लिए एक बिजनेसमैन ने 12 लाख में एक रूम 100 दिनों के लिए बुक किया था।
वाझे ने होटल में कमरा फेक आईडी पर लिया था। जांच एजेंसी एंटीलिया बम केस और मनसुख हिरेन की हत्या केस में वाझे की भूमिका की जांच कर रही है। सस्पेंड किए जा चुके वाझे के अलावा एजंसी ने कई और पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है। एनआईए अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
जांच में पता चला है कि वाझे इस होटल के रूम नंबर 1964 से अपने काले कामों को अंजाम दे रहा था। उसने सुशांत सदाशिव खाममकार नाम वाले आधार कार्ड के जरिए यहां चेक इन किया था। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”एक कारोबारी ने होटल में यह कमरा 100 दिनों के लिए 12 लाख में बुक किया था। वाझे किसी विवाद में इस कारोबारी की मदद कर रहा था।” अधिकारी ने यह भी बताया कि बुकिंग एक ट्रेवल एजेंट के जरिए कराई गई ती। क्राइम बॉन्च में ड्यूटी के दौरान वाझे यहां फरवरी में रहता था।
बताया गया है कि वाझे एक इनोवा कार से 16 फरवरी को यहां पहुंचा और 20 फरवरी को एक लैंड क्रूजर कार से निकला। दोनों गाड़ियों को एजेंसी जब्त कर चुकी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन तारीखों पर वाझे और उसकी टीम ने मुंबई में कुछ ठिकानों पर लाइसेंस उल्लंघन के आरोपों में छापेमारी की थी।
एनआईए ने वाझे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने दक्षिण मुंबई एक अन्य होटल, क्लब और ठाणे के पास एक फ्लैट में भी छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने वाझे की सहयोगी एक महिला को भी गुरुवार को एयरपोर्ट से अरेस्ट किया है। बताया जा रहा है कि ठाणे के मीरा रोड स्थित फ्लैट इस महिला का ही है। इस केस में पुलिस डीसीपी स्तर तक के 35 अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है।