मुंबई। सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) को फिल्मी दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है। अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसके लिए बधाई दी है और अपने ट्वीट में ऐक्टर की पर्सनैलिटी का जिक्र किया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘कई पीढ़ियों में मशहूर, जबरदस्त काम जो कम ही लोग कर पाते हैं, विविध भूमिकाएं और एक प्यारा व्यक्तित्व… ऐसे हैं रजनीकांत जी। अपार हर्ष का विषय है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें बधाई।’
इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को हटाया गया था तो केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए रजनीकांत ने समर्थन किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा करते हुए उन्हें महाभारत के कृष्ण और अर्जुन की संज्ञा दी थी।
जावड़ेकर ने रजनीकांत के योगदान को बताया आइकॉनिक
बता दें, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने गुरुवार को बताया कि रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड तीन मई को दिया जाएगा। उन्होंने भी कहा कि ऐक्टर, प्रड्यूसर और स्क्रीनराइटर के तौर पर रजनीकांत का योगदान आइकॉनिक है। इसके साथ ही जावड़ेकर ने जूरी मेंबर्स में शामिल आशा भोसले, सुभाष घई, मोहनलाल, शंकर महादेवन, बिस्वजीत चटर्जी जैसे प्रतिष्ठित लोगों का धन्यवाद दिया।
दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड पाने वाले 12वें साउथ इंडियन
बता दें, रजनीकांत 12वें दक्षिण भारतीय हैं जिन्हें यह अवॉर्ड मिला है। इससे पहले डॉ. राजकुमार, अक्कीनेनी नागेश्वर राव, के बालाचंदर जैसे लोगों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है। इस खबर के सामने आने के बाद से रजनीकांत को हर तरफ से बधाइयां मिल रही हैं।
दक्षिण भारत में ‘भगवान’ का दर्जा
12 दिसंबर 1950 को रजनीकांत का जन्म बेंगलुरू के मराठी परिवार में हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष के बाद टॉलिवुड में खास मुकाम हासिल किया। अपनी खास स्टाइल, अंदाज की वजह से वह बॉलिवुड में भी बड़ा नाम बन गए। दक्षिण भारत में उनके फैंस उन्हें ‘भगवान’ मानते हैं।
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