सहजन की पत्तियां डायबिटीज रोगियों के लिए रामबाण, जानिए कैसे करें इस्‍तेमाल

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डॉ. सुधींद्र श्रृंगी
एमडी आयुर्वेद

कोटा।
डायबिटीज से छुटकारा पाने के लिए यदि आप तरह-तरह के उपाय करते हैं, तो आज हम आपको कमाल की चीज बताएंगे। यह चीज है सहजन की पत्‍तियां, जिसे उबाल कर यदि सेवन किया जाए तो आपका ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल हो जाएगा।

दवा के साथ ही स्वस्थ आहार और जीवनशैली ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको अपने ब्लड शुगर की जांच निरंतर करानी चाहिए। इससे इस बीमारी से बचने में मदद मिलती है।

ऐसे कई फूड्स और पेय पदार्थ मौजूद हैं, जो प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। सहजन और इसकी पत्तियां ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती हैं। सहजन को ड्रमस्टिक भी कहा जाता है। आमतौर पर दक्षिण भारतीय करी तैयार करने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं डायबिटीज रोगियों के लिए सहजन के फायदे।

इन गुणों से भरपूर होता है सहजन
सहजन में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिसका इस्तेमाल सदियों से रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। इसके के तने, पत्ते, छाल, फूल, फल और कई अन्य भागों का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। सहजन में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। इसके अलावा सहजन कई तरह से खनिजों से भरपूर होता है। यह कैल्शियम का नॉन- डेयरी स्रोत है। इसमें पोटेशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा, फास्फोरस और जस्ता जैसे अन्य पोषक तत्व भी शामिल होते हैं।

​ब्लड शुगर लेवल पर सहजन का प्रभाव
सहजन के पत्तों में क्वेरसेटिन होता है जो एक एंटीऑक्सिडेंट है। यह रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला एक अन्य एंटीऑक्सीडेंट क्लोरोजेनिक एसिड होता है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। मोरिंगा में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड शरीर को बेहतर बनाता है और इंसुलिन को प्रभावित करने में मदद करता है। सहजन में एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो पाचन समस्याएं जैसे कब्ज, गैस्ट्रिटिस और अल्सरेटिव कोलाइटिस को दूर करने में मदद करता है।

​सहजन को आहार में कैसे शामिल करें?

  • सहजन के बीज और पत्तियों का इस्तेमाल तीन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। पत्तियों को कच्चा, पाउडर या जूस के रूप में सेवन किया जा सकता है। सहजन के पत्तियों को पानी में उबालकर इसमे शहद और नींबू मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा सहजन का इस्तेमाल सूप और करी में भी हो सकता है।
  • नियमित एक चम्मच या लगभग 2 ग्राम सहजन की खुराक लेनी चाहिए। डायबिटीज रोगियों को सही खुराक जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण सहजन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। डायबिटीज रोगियों को नियमित इसका सेवन करना चाहिए।