नई दिल्ली। शेयर बाजार में बुधवार को गिरावट से निवेशकों को करीब 6 घंटे में 2.62 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो गया। दूसरे शब्दों में कहें तो यह घाटा हर सेकेंड एक Rolls Royce Phantom की कीमत के बराबर है। यह भारत के बाजार में उपलब्ध सबसे महंगी कार है। बजट से पहले मंदड़िए बाजार पर हावी रहे जिससे बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट आई। रिलायंस इंडस्ट्रीज और वित्तीय शेयरों में सबसे अधिक गिरावट रही। तीसरी तिमाही में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं होने से ये शेयर दबाव में रहे। एफआईआई की बिकवाली ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश करेंगी। उससे चार दिन पहले आज शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और वित्तीय शेयरों की कमजोरी से बीएसई सेंसेक्स 938 अंक यानी 1.9 फीसदी की गिरावट के साथ 47410 अंक पर बंद हुआ। इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों में सबसे अधिक 4 फीसदी की गिरावट आई।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 गिरावट के साथ बंद हुए। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 4 जनवरी के बाद पहली बार 14000 अंक से नीचे आ गया। निफ्टी 13967.5 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार में लगातार चौथे सत्र में गिरावट आई है। डॉ रेड्डीज लैब, सन फार्मा, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 3 फीसदी से अधिक गिरावट आई। निफ्टी के सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी बैंक इंडेक्स में सबसे अधिक 3 फीसदी की गिरावट आई।
इससे पहले तेल और गैस, फार्मा तथा बैंकिंग शेयरों में बिकवाली के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 210 अंकों से अधिक की गिरावट हुई। बाजार की शुरुआत मामूली तेजी के साथ हुई, लेकिन जल्द ही 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक पर दबाव दिखाई देने लगा और यह 210.75 अंक या 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,136.84 पर पहुंच गया।