मुंबई। रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद ही एंकरिंग में फिर वापसी कर ली है। अपने पहले ही शो में उन्होंने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधा। अर्नब ने कहा कि जिन लोगों ने मुझ पर फर्जी केस बनाए, उन लोगों ने सोचा था कि मुझे कुचल देंगे, जो लोग मेरे हौसले पर सत्ता का बुलडोजर चलाना चाहते थे, उनसे मैं कह देना चाहता हूं कि आपके हमले से मैं मजबूत बन कर उभरा हूं। अर्नब ने कहा कि जो सच की लड़ाई में हार गए हैं उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। आपको मुझसे लड़कर निराशा ही हाथ लगी।130 करोड़ जनता के सामने आप हार गए। मुझसे लड़ने में आपने करोड़ो रुपए खर्च कर दिए।
अर्नब यहीं नहीं रुके। उन्होंने हमले तेज करते हुए कहा, “आपके दफ्तर के लोग कहते हैं कि आपका एक ही एजेंडा है आजकल, वो है रिपब्लिक टीवी। सिर्फ अर्नब गोस्वामी के बारे में बात करते रहते हैं। ये केस डालो, वो केस डालो, ये खोलो, ये बंद करो। लोग कहते हैं कि आप बहुत गुस्से में हैं, क्योंकि मैंने आपका नाम लिया। मैं साफ कह रहा हूं कि आप सीएम के तौर पर पूरी तरह नाकाम हैं। आपके आसपास पांच लोग के अलावा सभी ऐसा सोचते हैं। लेकिन वे खुलकर ये कह नहीं सकते। मैं तो खुलकर कह रहा हूं ये बात।”
अर्नब ने चुनौती देते हुए कहा, “साजिश करने वाले न तो कभी रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को छू पाए हैं, न ही छू पाएंगे। उद्धव जी अगर आपके अंदर हिम्मत हो तो आंख में आंख डालकर बात कीजिए। चलिए बहस करते हैं, वन टू वन डिबेट करते हैं। देखते हैं कौन जीतता है ये डिबेट, लाइव चलाऊंगा।”
बता दें कि अर्नब गोस्वामी को इस महीने की शुरुआत में ही इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक के आत्महत्या के केस में गिरफ्तार किया गया था। अर्नब और दो अन्य लोगों पर आरोप है कि उन्होंने अन्वय नाइक का बकाया नहीं चुकाया था, जिसकी वजह से 2018 में नाइक ने सुसाइड किया था।
हालांकि, द प्रिंट वेबसाइट की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य आरोपियों के बकाए का केस आने से पहले ही नाइक की कंपनी कॉन्कॉर्ड बड़े नुकसानों से जूझ रही थी। 2016 तक उस पर 20 करोड़ रुपए का कर्ज हो गया था और टैक्स अफसरों से भी कई विवाद पैदा हो गए थे। प्रिंट ने इस मामले में नाइक के घर वालों से बात करने की कोशिश की, पर उनकी तरफ से प्रतिक्रिया नहीं दी गई।