नई दिल्ली / कोटा। कोटा का नाम जल्द ही वाटर सफारी के लिए भी जाना जाएगा। चंबल नदी में जल्द ही क्रूज चलेगा। चंबल में क्रूज चलाने की संभावना तलाशने के लिए फरवरी में जहाजरानी मंत्रालय की टीम काेटा आई थी। टीम ने चंबल नदी से लेकर गरड़िया महादेव व बाेराबांस एरिया की विजिट की थी। फरवरी में प्रारंभिक सर्वे के बाद लाॅकडाउन के चलते काम गति नहीं पकड़ सका।
बुधवार काे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ हुई बैठक में प्रारंभिक सर्वे की पाॅजिटिव रिपोर्ट के देखते हुए जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडविया ने अधिकारियों को चंबल में फेरी चलाने के निर्देश देते हुए मंत्रालय के स्तर पर ही डीपीआर तैयार करने को कहा है ताकि प्रक्रिया में ज्यादा देरी नहीं लगे। इसके लिए राज्य से भी मंजूरी ली जाएगी।
क्रूज के रूट में होंगे कई दर्शनीय स्थल
प्रारंभिक सर्वे में कोटा बैराज से जवाहर सागर तक का एरिया क्रूज के लिए उपयुक्त माना गया है। कुल 30 किमी लंबे इस रूट पर कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, हैंगिंग ब्रिज, कोट्या भील का महल, गैपरनाथ, गराड़िया महादेव जैसे दर्शनीय स्थलों को शामिल किया जाएगा।
30 सवारियों की क्षमता होगी क्रूज की
पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विकास पंड्या ने बताया कि यह चंबल नदी में यह प्रदेश में पहला क्रूज हाेगा। इस क्रूज की क्षमता 30 सवारियाें से अधिक हाेने की संभावना है। इस तरह के क्रूज पश्चिम बंगाल में गंगा में चलते हैं।