नई दिल्ली। क्या 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई है, इसको लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में कहा कि 2000 करेंसी नोट को प्रचलन से बाहर करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। लिखित जवाब में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि नोटों की छपाई को लेकर सरकार रिजर्व बैंक से सलाह लेकर कोई फैसला लेती है।
छपाई का काम दोबारा शुरू
अनुराग ठाकुर ने कहा कि 31 मार्च 2020 तक पूरे देश में 2 हजार के 27 हजार 398 लाख नोट्स प्रचलन में थे। 31 मार्च 2019 को यह संख्या 32 हजार 910 लाख थी। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के दौरान रिजर्व बैंक ने नोटों की छपाई तात्कालिक रूप से रोक दी थी। अब चरणवार तरीके से यह काम शुरू किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान नोटों की छपाई बंद रही
भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (BRBNMPL) रिजर्व बैंक के लिए नोट छपाई का काम करती है। 23 मार्च से 3 मई तक छपाई का काम रोक दिया गया था। 4 मई से चरणबद्ध तरीके से दोबारा यह काम शुरू किया गया है।