कोटा। केंद्र सरकार अब एयरपोर्ट के समान (Like Airports) पर रेलवे स्टेशनों पर भी यूजर चार्ज (User Charge) लगाने पर विचार कर रही है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) से छन कर जो बात सामने आ रही है। उसके मुताबिक राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और कोटा समेत देश के ए एवं ए 1 श्रेणी के कई स्टेशन यूजर चार्ज के दायरे में शामिल किये हैं।
रेलवे बोर्ड के नव नियुक्त सीईओ एवं अध्यक्ष (CEO & Chairman) विनोद कुमार यादव के हवाले से खबर आई है कि देश के 15 फीसदी रेलवे स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाना है। इस समय भारतीय रेल के पास करीब 7000 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से 15 फीसदी स्टेशनों पर यदि शुल्क लगता है तो इनकी संख्या 1000 से अधिक होगी। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पहले बड़े स्टेशनों मतलब कि A1 और A श्रेणी के स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाएगा।
कितने हैं A1 एवं A श्रेणी के स्टेशन
रेल मंत्रालय ने इस समय कमाई के हिसाब से स्टेशनों की श्रेणी तय कर दी है। देश में खूब कमाई करने वाले इस समय 75 स्टेशन हैं। इन्हें A1 स्टेशन का दर्जा हासिल है। इनमें नई दिल्ली, दिल्ली, हावड़ा, सियालदह, लखनउ, वाराणसी, पटना, चंडीगढ़, प्रयागराज आदि स्टेशन शामिल हैं। इनसे थोड़ा कम लेकिन अन्य स्टेशनों से ज्यादा कमाई करने वाले 332 स्टेशन हैं। इन्हें A श्रेणी का स्टेशन कहा जाता है। इनमें बलिया, बस्ती, आजमगढ़, मिर्जापुर, गोंडा, हाजीपुर, गोमो, डाल्टेनगंज, डेहरी आन सोन, गया, आरा, बक्सर, किउल, जमालपुर, दुर्गापुर जैसे स्टेशन शामिल हैं।
यूजर चार्ज वाले स्टेशनों की लिस्ट देखने के लिए क्लिक करें
सबसे पहले इन्हीं पर लगेगा यूजर चार्ज
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि 1000 से भी ज्यादा स्टेशनों पर जब यूजर चार्ज लगाया जाएगा तो ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर तो यूजर चार्ज लगना तय है। इसके अलावा बी श्रेणी के कुछ स्टेशनों पर भी यूजर चार्ज लगाया जाएगा। चूंकि ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों को मिला दें तो यह 407 स्टेशन ही होते हैं।
छोटी ही रकम होगी
दिल्ली में हवाई अड्डा (Airport) पर देखें तो घरेलू (Domestic) और अंतरराष्ट्रीय (International) यात्रियों से अलग अलग यूजर चार्ज लिया जाता है। वह करीब 500 रुपये के करीब होता है। लेकिन रेलवे स्टेशनों पर इतना यूजर चार्ज (User Charges) नहीं लिया जाएगा। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि यह रकम बहुत कम होगी। अभी यह रकम तय नहीं हुई है। लेकिन जो भी होगी, एयरपोर्ट के मुकाबले बेहद कम होगी।