कोटा। भारतीय किसान संघ की ओर से सोमवार को संभाग भर में जिला केन्द्रों पर किसान आन्दोलन में शहीद हुए युवा किसान पुखराज को श्रद्धांजलि दी गई। वहीं शहीद के परिवार को अन्त्येष्टि से पूर्व किए गए वायदों से मुकरने वाली सरकार को ज्ञापनों के माध्यम से चेताया गया। संभाग के मीडिया प्रभारी आशीष मेहता ने बताया कि कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में शहीद पुखराज को नमन करते हुए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिए गए।
जिला कोटा की बैठक सोमवार को आयोजित हुई। जिसमें प्रदेश, प्रान्त, संभाग और कोटा जिला कार्यकारिणी के कार्यकर्ता तथा प्रत्येक तहसील से कम से कम 5 दायित्ववान कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जिलाध्यक्ष गिरीराज चौधरी तथा प्रचार प्रमुख रूपनारायण यादव ने बताया कि बैठक में सरकार की हठधर्मिता के विरुद्ध आगामी ग्राम से संग्राम आंदोलन की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा करने के बाद योजना की रचना की गई। बैठक में संभागीय सहमंत्री रमेश नागर ने शहीद किसान पुखराज के जीवन पर प्रकाश डाला।
बैठक में जिलाध्यक्ष गिरीराज चौधरी ने कहा कि 8 से 15 सितम्बर तक तहसील केन्द्रों पर तथा 15 से 25 सितम्बर तक गांवों में श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से किसानों की सभाएं आयोजित की जाएंगी। इस दौरान गांवों में लोगों को सरकार की वादाखिलाफी और किसान विरोधी नीतियों के बारे में बताया जाएगा। इसके बाद भी प्रदेश में महापड़ाव डाल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में आंदोलन कर रहा है। परंतु, प्रदेश सरकार के द्वारा कोई सुनवाई नही की गई है। अब आंदोलन को ग्राम से संग्राम के रूप में ग्राम ग्राम ढाणी ढाणी तक ले जाया जाएगा। इस निमित्त सभी तहसीलों की बैठकें तय की गई हैं। जो 8 सितम्बर से 15 सितंबर तक करनी हैं। उसी में ग्राम से संग्राम की योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष देवी शंकर, जिला प्रचार प्रुमुख रूपनारायण, जिला युवा प्रमुख महावीर सुमन, तहसील सांगोद मंत्री जोधराज नागर, तहसील सुल्तानपुर मंत्री शिवराज योगी, पवन शर्मा, ओम सुमन, फूलचंद मेघवाल, प्रह्लाद मेघवाल, महावीर नागर, रामरतन कुशवाह, गोपाल मंडाना, हेमराज नागर, हरिनारायण चौधरी, मंत्री रमेश चंद्र नागर, प्रचार प्रमुख पवन शर्मा, कोटा महानगर अध्यक्ष महावीर नागर, युवा प्रमुख उमेश नागर एवं सभी तहसीलों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।