IIT मद्रास ने लाॅन्च किया विश्व का पहला ऑनलाइन BSC डिग्री प्रोग्राम

0
797

कोटा। एनआईआरएफ द्वारा 2020 में भारत में नं. 1 रैंक वाले संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नाॅलाॅजी, मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने आज प्रोग्रामिंग एवं डेटा साईंस में विश्व के पहले ऑनलाइन बीएससी डिग्री कार्यक्रम लाॅन्च किया । यह प्रोग्राम कक्षा 12 उत्तीर्ण कर चुके हर विद्यार्थी के लिए खुला है, जिसने कक्षा 10 तक इंग्लिश व मैथ्स का अध्ययन किया हो और किसी ऑन -कैंपस यूजी कोर्स में नामांकन लिया हो।

2020 में कक्षा 12 की परीक्षा देने वाले मौजूदा बैच के विद्यार्थी भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में ग्रेजुएट एवं वर्किंग प्रोफेशनल भी हिस्सा ले सकते हैं। यह अद्वितीय कार्यक्रम उम्र, विषय या भौगोलिक स्थान की समस्त बाधाओं को दूर करेगा तथा डेटा साइंस में विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएगा, जो स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए भारी मांग है। यह अद्वितीय ऑनलाइन कोर्स तीन अलग-अलग चरणों – फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम एवं डिग्री प्रोग्राम के चरण में दिया जाएगा।

डेटासाइंस सबसे तेजी से विकसित होते हुए सेक्टर्स में से एक है, जो 2026 तक 11.5 मिलियन नौकरियों का निर्माण करेगा। ऑनलाइन शिक्षा का ट्रेंड व्यापक स्तर पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए लोकप्रिय हो रहा है। आईआईटी, मद्रास की फैकल्टी ऑनलाइन शिक्षा प्रक्रियाओं का उपयोग कर इस सेक्टर की जरूरत को पूरा कर रही हैं और एक समावेशी एवं किफायती शिक्षा का माॅडल प्रस्तुत कर रही हैं, जो आईआईटी की पहुंच का कई गुना विस्तार कर देगी।

इस लाॅन्च पर एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, ने कहा, ‘‘आईआईटी मद्रास को डेटा साइंस एवं प्रोग्रामिंग में दुनिया के पहले ऑनलाइन बीएससी डिग्री प्रोग्राम संस्थान निरंतर नवोन्मेेष एवं सफलता का इतिहास दर्शाता है। आईआईटी मद्रास जैसे संस्थानों के पास देश को आत्मनिर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ाने का विज़न एवं मिशन है, जो भारत में गुणवत्तायुक्त शिक्षा एवं अद्वितीय कोर्स प्रस्तुत कर रहे हैं।

यहां तक कि जो एम्प्लाॅयर्स अपने कर्मचारियों का कौशल बढ़ाना चाहते हैं, वो भी नौकरी का प्रोडक्टिव समय गंवाए बिना इस विकल्प को चुन सकते हैं। वर्ल्ड इकाॅनाॅमिक फोरम का अनुमान है कि 2022 तक डेटा एनालिस्ट एवं वैज्ञानिक दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से विकसित होती नौकरियां होंगी।

राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा, ‘‘आज की दुनिया में शिक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। विद्यार्थियों एवं प्रोफेशनल्स को अपने ज्ञान की वृद्धि करते रहने एवं समय व स्थान की सीमाओं के अंदर रहकर काम करते हुए प्रतिस्पर्धी बने रहने की आवश्यकता है। कोविड की महामारी के दौरान यह और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है।

लाॅन्च के मौके पर प्रोफेसर भास्कर राममूर्ति, डायरेक्टर, आईआईटी मद्रास ने कहा यह आज के चुनौतीपूर्ण उच्च शिक्षा के वातावरण की महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करेगा। यह प्रोग्राम न केवल शिक्षा को ऑनलाइन ले जाने के ट्रेंड का पालन करेगा, बल्कि डेटा-संचालित दुनिया में स्किल्ड व रोजगारयोग्य महिला व पुरुषों के निर्माण का एक मंच भी प्रदान करेगा।