नयी दिल्ली। देश में माल एवं सेवाकर जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद इसमें आने वाले शुरुआती परेशानियों को देखते हुये जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान व्यावसायिक विकास में 13 प्रतिशत तक गिरावट आई है। एक अध्ययन रिपोर्ट में यह निष्कर्ष सामने आया है।
डन एण्ड ब्राडस्ट्रीट के संयुक्त व्यावसायिक आशावाद सूचकांक जुलाई- सितंबर 2017 के लिये 72.1 अंक रहा है जो कि पिछले साल इसी अवधि के सूचकांक से 13.3 प्रतिशत कम है।
डन एण्ड ब्राडस्ट्रीट के प्रबंध निदेशक मनीष सिन्हा ने कहा, बड़े पैमाने पर हुये बदलाव को देखते हुये अध्ययन में भाग लेने वाली कंपनियों ने नई व्यवस्था में आने वाले शुरुआती परेशानियों को देखा है, नई व्यवस्था की जटिलता को समझा रहे हैं, जीएसटी प्रणाली में इनपुट क्रेडिट और लाजिस्टिक्स के साथ समन्वय बिठा रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि बड़ी कंपनियां हालांकि बदलाव के लिये तैयार दिखतीं हैं, लेकिन लघु एवं मझाौली कंपनियां के मामले में ऐसा नहीं कहा जा सकता है।
एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले आशावाद सूचकांक के छह विभिन्न वर्गों में से चार में गिरावट दर्ज की गईहै। जुलाई-सितंबर 2017 अवधि के लिये बिक्री कारोबार, शुद्ध लाभ, नये आर्ड और बिक्री मूल्य के मामले में सूचकांक कम हुआ है।