कोटा। कोटा व्यापार महासंघ ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए 22 से 24 मार्च तक कोटा बंद का निर्णय निर्णय लिया है। यह निर्णय शनिवार को महासंघ की कार्यकारणी एवं संस्थाओं के पदाधिकारियों की आपात बैठक में लिया। छावनी चौराहा स्थित एक रेस्टोरेन्ट पर हुई बैठक में महासंघ की करीब 140 संस्थाओं के अध्यक्ष एवं सचिव मौजूद थे।
कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से कोरोेना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये बरती जा रही सावधानियों के तहत 22,23,24 मार्च को सम्पूर्ण कोटा बंद करने का निर्णय लिया। साथ ही 25 मार्च से 31 मार्च तक कोटा के समस्त बाजार दोपहर 12 बजे से सांय 6 बजे तक ही आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर खोलने का निर्णय लिया।
उन्होने बताया कि देश एवं प्रदेश में जिस तरह से यह महामारी फैलती जा रही है। उससे लड़ने के लिये सावधानी के तहत व्यापार महासंघ ने यह निर्णय लिया है महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि बंद के दौरान आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो उसको देखते हुये आवश्यक वस्तुओं को इस बंद से मुक्त रखा गया है।
जैन एवं माहेश्वरी ने बताया कि इस 3 दिन के बंद को सफल बनाने के लिये महासंघ ने सभी 148 संस्थाओं के अध्यक्ष महामंत्री को निर्देश जारी कर दिये हैं। इस बंद को स्वतः स्फूर्त ही बनाये साथ ही सभी अपने-अपने घरो पर ही रहे हैं। अति आवश्यकता होने पर अपने घरो से निकले एवं अपने क्षेत्रो के व्यापारियों व आमजनता को भी ज्यादा सावधानी बरतने एवं जागरूकता करने का प्रयास करें।
उन्होने बताया कि बैठक में सभी वक्ताओं ने एक मत से कहा कि इस महामारी से देश ही नहीं पूरे विश्व के सामने भारी संकट खड़ा हो गया है सबसे पहले हम सभी का कर्तव्य बनता है कि इसको फैलने से रोका जाये अगर ऐसा नहीं हुआ तो आगे क्या होगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। यह ऐसा वायरस है जिसने पूरे विश्व को बर्बादी के कगार पर खड़ा कर दिया है।
अर्थव्यवस्था पर संकट
आज पूरे विश्व के सामने सबसे पहले अपने जीवन की रक्षा करना मुख्य उद्देश्य हो गया है। उसके बाद एक और समस्या खड़ी हो गई है वह पूरे देश की अर्थव्यवस्था जो चौपट होने के कगार पर आ गई है माहेश्वरी ने बताया कि यह दोनो चुनोैतिया हमारे सामने खड़ी हो गई है, जिससे हमें संयुक्त रूप से एकजुट होकर निपटना है। उन्होने आमजन से भी पूर्ण सावधानी बरतने की अपील की।
जैन व माहेश्वरी ने बताया कि 3 दिन बाद भी अगर आवश्यकता हुई तो जनहित की सुरक्षा को देखते हुये कोटा व्यापार महासंघ को और भी अगर निर्णय लेना पड़े तो इस संकट की घड़ी में सभी व्यापारी एव उद्यमी पूर्णतया सहयोग करेगें। उन्होंने बताया कि इस आपदा को देखते हुये एवं व्यापार बंद की स्थिति से न तो पैसा आयेगा न जायेगा।
व्यापारियों एवं उद्यमियों को मिले राहत पैकेज
इसलिए बैंको को लोन की किस्त एवं ब्याज का समय पर भुगतान नहीं हो पायेगा। इसमें कम-कम 3 माह की राहत दी जाये अन्य देशो के व्यापारियों एवं उद्यमियों को जो वहां की सरकारे आर्थिक राहत का पैकेज दे रही हैं। वैसा ही पैकेज देश की सरकार द्वारा यहां के व्यापार एवं उद्यमियों को भी तत्काल लाभ दिया जाना चाहिए। इनकम टैक्स की समस्या से समाधान स्किम 31 मार्च तक है उसे भी 3 माह आगे बढाया जाना आवश्यक है। साथ ही जो भी सरकारी वसूली स्थानीय कर नगरीय कर यूडी टैक्स, जो देवे उससे लिया जावे एवं सीज जैसी कार्यवाही नहीं की जावे।
बैठक में यह थे मौजूद
व्यापार महासंघ की बैठक में सुरेन्द्र गोयल विचित्र, रमेश सोनी, अशोक लड्डा, रमेश आहूजा, अनिमेश जैन, मनोहर गोटे वाला, भगवान मित्तल, महेन्द्र कांकरिया, मुकेश भटनागर, सत्यभान सिंह, इलियास अंसारी, अनिल नन्दवाना, राजेन्द्र कुमार कुमार जैन, अनिल मूंदड़ा, हरीश टेकवानी, राजेन्द्र चावला, संजय शर्मा, नन्दकिशोर शर्मा, सुभाष अग्रवाल, राममंत्री, इन्द्र कुमार जैन, सूफी अहमद, राजेन्द्र जैन, सुनील जैन, घीसा सिंह चौहान, रमा शंकर सोनी, सूरजमल सेैन, नरेन्द्र चोैहान सहित कई संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे।