नयी दिल्ली। नेफेड की न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर सरसों की बिकवाली से स्थानीय तेल तिलहन बाजार में सरसों और सरसों तेल के भाव पर बुरा असर दिखा है और इनके भाव तेजी से नीचे आए हैं। हालांकि सोयाबीन तेल के भाव में तेजी का रुख देखा गया। बाजार सूत्रों के अनुसार खाद्य तेल बाजार में लगातार भाव टूट रहे हैं।
बुधवार को स्थानीय हाजिर बाजार में भी सरसों 25 रुपये घटकर 3,900 से 3,950 रुपये क्विंटल के दायरे में बोली गई। तेल सरसों दादरी भी 150 रुपये घटकर 8,050 रुपये क्विंटल रह गया। सरसों कच्ची घानी और पक्की घानी दोनों के भाव में भी 25-25 रुपये की टूट रही। व्यापारियों के अनुसार सरकारी एजेंसी नाफेड ने 3750 रुपये क्विंटल के भाव पर सरसों की बिक्री की है जबकि वर्तमान समर्थन मूल्य 4200 रुपये है।
अपैल से 4425 रुपये का समर्थन मूल्य लागू हो जाएगा। व्यापारियों का मानना है कि तेल में गिरावट का उद्योग-व्यापार से ज्यादा असर स्थानीय तिलहन उत्पादकों पर पड़ेगा ऐसे में नाफेड को बाजार में अधिक सोच समझ कर कदम उठाना चाहिए। तेल-तिलहन व्यापारियों का यह भी कहना है कि बाजार की स्थिति आयात के अनुकूल नहीं है लेकिन विदेशों से आयात जारी है। सरकार को सोयाबीन डीगम पर शुल्क बढ़ाना चाहिए।बुधवार को भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन – 3,900 – 3,950 रुपये।मूंगफली – 4,710 – 4,715 रुपये।वनस्पति घी- 965 – 1,210 रुपये प्रति टिन।मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 12,350 रुपये।मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,880 – 1,925 रुपये प्रति टिन।सरसों तेल दादरी- 8,050 रुपये प्रति क्विंटल।सरसों पक्की घानी- 1,295 – 1,455 रुपये प्रति टिन।सरसों कच्ची घानी- 1,340 – 1,485 रुपये प्रति टिन।
तिल मिल डिलिवरी तेल- 10,500 – 15,000 रुपये।सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 8,050 रुपये।सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 7,900 रुपये।सोयाबीन तेल डीगम- 7,000 रुपये।सीपीओ एक्स-कांडला- 6,150 रुपये।बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,050 रुपये।पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 7,500 रुपये।पामोलीन कांडला- 6,800 रुपये (बिना जीएसटी के)।सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,500- 3,550 लूज में 3,200–3,250 रुपये।मक्का खल (सरिस्का) – 3,400 रुपये।