नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी दिल्ली हिंसा को लेकर दोनों सदनों में हंगामा हुआ। कांग्रेस, बसपा और भाकपा की तरफ से राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया था। सदन में बैनर-पोस्टर लेकर आने पर स्पीकर ओम बिड़ला ने नाराजगी जताई। उन्होंने तल्खी जताते हुए सांसदों से कहा कि अगर आप लोग बैनर-पोस्टर लाना चाहते हैं तो मैं इसकी अनुमति देने के लिए तैयार हूं। इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित कर दी गईं। सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ, जो 3 अप्रैल तक चलेगा।
पहले दिन लोकसभा में नारेबाजी
सोमवार को लोकसभा में विपक्ष ने पिछले हफ्ते की दिल्ली हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसी मामले पर जवाब मांगा। स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि फिलहाल इस मुद्दे पर चर्चा के लिए हालात उपयुक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हमें हालात सुधरने का इंतजार करना चाहिए। इसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है।”
हालांकि, विपक्ष ने उनकी बात नहीं सुनी और सदन में फिर हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों के हंगामे से नाराज संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “यहां वे लोग हंगामा कर रहे हैं, जिन्होंने 1984 के सिख दंगों में तीन हजार लोगों के मारे जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी।” संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है।
संसद में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन
दिल्ली हिंसा के विरोध में सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अलग-अलग प्रदर्शन किया। कांग्रेस के सांसदों ने नारे लिखी तख्तियां लेकर नारेबाजी की। इस दौरान कुछ देर राहुल गांधी भी मौजूद रहे। आप के सांसदों ने भी प्लेकार्ड्स लेकर नारेबाजी की। टीमएसी के सदस्यों ने आंखों पर काली पट्टी बांधकर नारेबाजी की।