ट्रक ड्राइवर हर साल देते हैं 47 हजार करोड़ से ज्यादा की रिश्वत

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    नई दिल्ली। नवंबर 2019 में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने भारत में भ्रष्टाचार पर एक सर्वे रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि 2019 में भारत में 51 फीसदी लोगों ने किसी ना किसी काम के लिए सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को रिश्वत दी है। शुक्रवार को सेव लाइफ फाउंडेशन ने भारत में ट्रक ड्राइवर्स की स्थिति और उनके काम को लेकर एक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रक ड्राइवर अपने पेशे में हर साल करीब 47,852.28 करोड़ रुपए की रिश्वत देते हैं। यह सर्वे 1200 से अधिक ट्रक ड्राइवर्स पर किया गया है।

    दिल्ली-एनसीआर में 84 फीसदी ड्राइवर्स ने रिश्वत दी
    सर्वे में ट्रक ड्राइवर्स ने कहा है कि सड़कों की बुरी स्थिति और भ्रष्टाचार के कारण ट्रक चालक का पेशा काफी चुनौतीपूर्ण है। सर्वे में एक अनुमान के अनुसार कहा गया है कि इस पेशे में वर्तमान में हर साल 47,852.28 करोड़ रुपए की रिश्वत दी जाती है। दिल्ली एनसीआर में 84 फीसदी ट्रक ड्राइवर्स ने यातायात पुलिस अधिकारियों को रिश्वत देने की बात मानी है, जबकि देश में यह आंकड़ा 67 फीसदी है। ज्यादातर ट्रक ड्राइवर्स ने बताया कि वे सड़क पर असुरक्षित महसूस करते हैं, इनमें से बहुत कम ने कहा कि वे खुद असुरक्षित ड्राइविंग करते हैं। नियमों का उल्लंघन करने पर, उन्होंने कहा कि वे रिश्वत देकर बाहर निकल जाते हैं। तकरीबन 49 फीसदी उत्तरदाताओं ने स्वीकार किया कि लोड संबंधी नियमों का पालन न करने की स्थिति में उन्होंने रिश्वत दी है।

    ट्रक चालक भारत के सड़क परिवहन की लाइफलाइन
    रिपोर्ट जारी करते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा के वीपी-एडमिन विजय नायर ने कहा कि भारत में ट्रक चालकों की सुरक्षा और जागरुकता को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, किंतु यह अध्ययन कई कमियों को दर्शाता है, जिन पर सुधार करने की जरूरत है। ट्रक चालक भारत के सड़क परिवहन की लाइफलाइन हैं और उनकी समस्याओं को हल करना बेहद महत्वपूर्ण है। उधर, सेव लाइफ फाउंडेशन के सीईओ पीयूष तिवारी ने कहा कि इस सर्वे के माध्यम से हम ट्रक चालकों का द्वारा असुरक्षित वाहन चालन के कारणों का पता लगाना चाहते हैं और ऐसे कारणों को जानना चाहते हैं, जिनकी वजह से सड़क के अन्य उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाती है।

    देश के 10 शहरों में हुआ सर्वे
    सेव लाइफ फाउंडेशन ने यह सर्वे महिंद्रा एंड महिंद्रा के सहयोग के साथ किया गया है। इस सर्वे में 1200 से अधिक ट्रक ड्राइवर्स और 100 फ्लीट ऑनर्स ने हिस्सा लिया है। यह सर्वे देश के 10 प्रमुख परिवहन केंद्रों-दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, जयपुर, अहमदाबाद, गुवाहाटी, कानपुर और विजयवाड़ा में किया गया है।