आगरा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प परिवार के साथ सोमवार शाम को अहमदाबाद से आगरा पहुंचे। सभी ने यहां ताजमहल का दीदार किया। ट्रम्प ने पत्नी मेलानिया के साथ ताजमहल के कैंपस में करीब डेढ़ किमी तक चले और फोटो सेशन कराया। विजिटर बुक में ट्रम्प ने लिखा- इमारत भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है।
टूरिस्ट गाइड ने ट्रम्प और फर्स्ट लेडी को ताजमहल से जुड़े किस्से बताए। उनकी बेटी इवांका ने सहयोगी को अपना मोबाइल दिया और उससे फोटो क्लिक करवाया। इससे पहले आगरा पहुंचने पर एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने ट्रम्प को रिसीव किया।
मयूर नृत्य देखकर ट्रम्प बोले- गुड, ग्रेट
आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर शाम 4:15 बजे ट्रम्प का विमान उतरा। यहां पहुंचने के लिए 4:45 बजे कार्यक्रम प्रस्तावित था। वे 30 मिनट पहले पहुंच गए। उनके विमान से उतरने के बाद कलाकारों ने मयूर नृत्य किया। जिसे देखकर ट्रम्प ने वेल-डन का साइन बनाते हुए गुड और ग्रेट कहकर कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। बेटी इवांका ने ताली बजाकर उत्साह बढ़ाया।
3000 कलाकारों ने कला और संस्कृति से रूबरू कराया
ट्रम्प की यात्रा को खास बनाने के लिए एयरपोर्ट से ताजमहल तक के रास्ते में 21 जगहों पर 3000 कलाकार भारतीय कला और संस्कृति से उन्हें रूबरू कराया। ट्रम्प के दौरे के चलते सोमवार दोपहर 12 बजे से ताजमहल आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था।
ट्रम्प जिस रास्ते से गुजरे, वहां दीवारों पर उनकी पेंटिंग्स
ट्रम्प 2.30 घंटे आगरा में रहे। शाम 6.45 बजे वह दिल्ली के लिए निकल गए। एक घंटे ताजमहल में रहे। ट्रम्प का काफिला जिस रास्ते से होकर गुजरा, उसकी दीवारों में ट्रम्प की विभिन्न मुद्राओं में पेटिंग बनाई गई थी। इन दीवारों में ट्रम्प- मोदी दोस्ती के साथ ही स्वच्छ भारत का संदेश देने वाली पेटिंग भी बनाई गई।
14 किमी रूट पर 10 हजार जवानों की तैनाती
ट्रम्प की सुरक्षा के लिए आगरा को 10 जोन में बांटा गया। एयरपोर्ट से ताजमहल तक के 14 किमी रूट में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के करीब 10 हजार जवान तैनात किए गए थे। 18 जगहों पर 30 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। पूरी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया।
पहली बार ड्यूटी की गूगल टैगिंग
अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए उनके रूट पर 75 घर और बिल्डिंग को चिह्नित किया गया। इनकी छतों पर पुलिसकर्मी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं। ग्राउंड पर डयूटी करने वाले पुलिसकर्मी तो आसानी से दिखते हैं, लेकिन छतों पर निगरानी में लगे पुलिसकर्मियों की मॉनिटरिंग में परेशानी होती थी। इस बार उन सभी घरों, दुकानों और होटलों की गूगल जियो टैगिंग की गई। इससे स्थानीय अधिकारियों के लिए मॉनिटरिंग आसान रही। यह भी बताया गया था कि अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी अपने सुरक्षा मुख्यालय पेंटागन से भी नजर रख सकती है।