नई दिल्ली। जानी-मानी ऐंटी-वायरस और इंटरनेट सिक्यॉरिटी सलूशन देने वाली कंपनी Avast कंपनी ने अपने यूजर्स के डेटा को दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों को बेचा है। PC Mag और Motherboard द्वारा की गई जांच में पता चला है कि अवास्ट ने लाखों डॉलर कमाने की लालच में यूजर्स का डेटा गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दूसरी बड़ी कंपनियों के हवाले कर दिया।
कंपनी ने दुनियाभर में अवास्ट ऐंटी-वायरस यूज करने वाले यूजर्स के डेटा को कंप्यूटर्स से कलेक्ट कर उसे अपनी सहायक कंपनी Jumpshot में ट्रांसफर किया था। इन डेटा को जंपशॉट ने बंडल में तैयार उन कंपनियों को बेचा जो कस्टमर डेटा के जरिए अपने प्रॉडक्ट और टारगेट ऐड्स में सुधार करना चाहती थीं। कुछ मामलों में यह डेटा लाखों डॉलर की कीमत में बेचा गया।
बड़ी कंपनियों को बेचा गया डेटा
जिन कंपनियों को अवास्ट ने डेटा बेचा उनमें गूगल, होम डेपॉ, माइक्रोसॉफ्ट, पेप्सी, एक्सपीडिया, येल्प, लॉरिएल जैसे कई दूसरी बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं। बेचे गए डेटा में यूजर्स के गूगल सर्च, मैप्स पर लोकेशन सर्च के साथ ही लिंक्डइन और यूट्यूब पर की गई ऐक्टिविटी की भी जानकारी शामिल थी। इतना ही नहीं, इसमें यूजर्स द्वारा सर्च किए गए पॉर्न वेबसाइट्स का भी डेटा कंपनियों को बेचा गया।
यूजर्स को नहीं थी जानकारी
डेटा कलेक्ट करने के लिए अवास्ट ने यूजर्स को डेटा शेयरिंग ऑप्ट करने के लिए कहा था। ज्यादातर मामलों में यूजर्स को यह नहीं पता था कि उनका डेटा अवास्ट किसी थर्ड पार्टी को बेचने वाला है। इस बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर मान भी लिया जाए कि अवास्ट ने डेटा सेल करने से पहले यूजर्स के पर्सनल डेटा को डिलीट भी कर दिया हो, लेकिन इस बात की काफी आशंका है कि इसमें कुछ डेटा को यूजर्स की पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया गया होगा।
कंपनियों ने पल्ला झाड़ा
अवास्ट द्वारा डेटा बेचे जाने की खबर के बाहर आने के बाद उन कंपनियों ने इस मामले से किनारा कर लिया है जिन्हें अवास्ट ने डेटा बेचा था। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि उसका अब जंपशॉट से कोई संबंध नहीं है। वहीं, गूगल ने अब तक इस मामले में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।