कोटा। श्री सर्राफा बोर्ड के पदाधिकारियों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर 20 कैरेट गोल्ड से बनी ज्वैलरी को हॉलमार्किंग की मान्यता दिलाने की मांग की। साथ ही उन्हें सोमवार को उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराकर ज्ञापन सौंपा।
अध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि हम पिछले डेढ़ साल से इस जायज़ मांग को स्वीकार कराने के लिए केन्द्र सरकार से प्रयास कर रहे हैं। हमने प्रधानमंत्री, व्यापार उद्योग मंत्री, उपभोक्ता मामलात मंत्री को कई बार पत्र लिखे हैं। परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
विचित्र ने बताया कि 15 जनवरी से देश में हॉलमार्किंग ज्वैलरी बेचना अनिवार्य कर दिया है परन्तु 14, 18 और 22 कैरेट के स्वर्ण आभूषणों को ही मान्यता दी गई है। जबकि उत्तर भारत में 20 कैरेट की ज्वैलरी प्रचलन में है। यह वज़न में हल्की, डिजाइनर और मजबूत होती है। साथ ही ग्राहकों के बजट में भी आ जाती है।
विचित्र ने कहा कि राजस्थान सहित कई प्रदेशों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लाखों छोटे बड़े सर्राफा व स्वर्णकार व्यापारी बरसों से 20 कैरेट सोने की ज्वैलरी का व्यवसाय कर रहे हैं। ऐसे में सरकार का यह नया कानून देशभर के छोटे और मध्यम सर्राफा व्यापारियों के कारोबार को प्रभावित करेगा एवं सारा व्यापार बड़े घरानों व ब्रांडेड कंपनियों के अधीन हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम ग्राहकों को शुद्धता की गारंटी देने वाले हॉलमार्क कानून का स्वागत करते हैं, किन्तु साथ ही 20 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी पर भी हॉलमार्किंग शुरू करने की मांग करते हैं। इससे राजस्व में भी वृद्धि होगी।
संस्था की ओर से अध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र, सचिव विवेक कुमार जैन, पूर्व अध्यक्ष सूरज प्रकाश गोयल, आनंद राठी, रामस्वरूप गोयल, कोषाध्यक्ष ओम सोनी सहित राधेश्याम मित्तल, महेंद्र सोनी, संजय मरचूनिया, योगेश सोनी मोनी आदि शामिल थे।