कोटा। बैंक कर्मी संगठनों एआईबीईए तथा बेफी के आव्हान पर बैंक कर्मियों की हड़ताल से आज बैंकिंग कामकाज ठप हो गया। बैंक खुले लेकिन लिपिक एवं अधीनस्थ वर्ग के काम पर न आने से नगदी लेन देन RTGS क्लीयरिंग,अंतरण आदि काम नहीं हो पाया। कोटा जिले में राष्ट्रीयकृत बैंकों की लगभग 150 शाखाओं में 1000 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। एक अनुमान के अनुसार हड़ताल से कोटा में 400 करोड़ तथा जिले में 600 करोड़ रुपयों का कारोबार प्रभावित हुआ।
राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लाइज यूनियन के आव्हान पर बैंक कर्मी बैंक ऑफ बड़ौदा की झालावाड़ रोड शाखा के सामने प्रातः 10 बजे से एकत्रित हुए तथा प्रदर्शन व सभा की।
राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लाइज यूनियन कोा जिला संरक्षक शरण लाल गुप्ता, अध्यक्ष अशोक ढल एआईबीईए के जनरल कौंसिल सदस्य ललित गुप्ता, राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लॉयीज यूनियन जिला सचिव पदम पाटोदी, क्षेत्रीय सचिव डी एस साहू,आर बी मालव, बैंक कर्मी नेता अनिल ऐरन,हेमराज सिंह गौड़ तथा यतीश शर्मा आदि ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है।
बैंक कर्मी नेताओं ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र ने देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत किया है। परंतु सरकार इन्हें कमजोर कर रही है। जहां एक और बैंक शाखाओं का विस्तार होना चाहिए उसके बजाय बैंको का विलय किया जा रहा है जिससे बैंक शाखाये बंद हो रही हैं। भारतीय स्टेट बैंक में सहयोगी बैंकों के विलय के बाद कई शाखाएं बंद हो गई हैं तथा स्टाफ कम हो गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय की प्रक्रिया में भी कई प्रकार की समस्यायें आ रही हैं।
बैंक कर्मी नेताओं ने बताया कि एनपीए की वसूली के लिए कठोर कदम उठाने के बजाय कॉर्पोरेट घरानों को छूट दी जा रही है तथा आम ग्राहकों पर विभिन्न प्रभारों का बोझ लादा जा रहा है । उन्होनें प्रभार कम करने और सभी वर्गों में भर्ती करने की भी मांग की। सभा में समुचित हल न निकलने पर यूनियन के अगले कदम को समर्थन देने का संकल्प व्यक्त किया गया।