कोटा। राजस्थान के निजी आयुष कॉलेजों में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, नेचुरोपैथी स्नातक कोर्स में प्रवेश के लिए NEET 2019 नीट-2019 पात्रता समाप्त कर दी गई है। एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर द्वारा 27 सितंबर को पारित अंतरिम आदेश के बाद चेयरमैन राजस्थान आयुष काउंसलिंग बोर्ड ने एक नोटिस जारी किया है। जिसके अनुसार 12वीं बोर्ड के प्रतिशत के आधार पर पात्र विद्यार्थियों को अंतिम प्राथमिकता देते हुए काउंसलिंग की प्रक्रिया में भाग लेने की छूट दे दी गई है।
सत्र 2019-20 के लिए बीएएमएस, बीएचएमएस, बीएएमएस, बीएनवाईएस कोर्सेस में प्रवेश के लिए प्रस्तावित मापअप काउंसलिंग हेतु पात्र विद्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। ऑनलाइन आवेदन की यह प्रक्रिया 28 सितंबर से प्रारंभ हुई तथा 29 सितंबर को रात को समाप्त होगी। प्रवेश के लिए प्रथम प्राथमिकता नीट-2019 के पात्र विद्यार्थियों को तथा अंतिम प्राथमिकता 12वीं बोर्ड के पात्र विद्यार्थियों को दी जाएगी।
बारहवीं बोर्ड में प्राप्त अंकों आधार पर प्रवेश
आयुष स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु नीट-2019 की पात्रता बाध्यता को समाप्त करते हुए 12वीं बोर्ड के प्राप्ताकों को भी आधार बना दिया गया है। विद्यार्थी यदि नीट-2019 के आधार पात्र नहीं है, वह रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए 30 सितम्बर व 1 अक्टूबर को प्रस्तावित मापअप राउंड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। प्रवेश पात्रता के लिए 12वीं बोर्ड में सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों हेतु फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी में एग्रीगेट न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक आवश्यक है। जबकि ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।