श्रमिक संगठन के साथ राष्ट्र निर्माण का अंग है भारतीय मजदूर संघ

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कोटा।।भारतीय मजदूर संघ की 65वें स्थापना दिवस का समारोह मंगलवार को महावीर नगर स्थित जलदाय विभाग के ड्रिलिंग हेंडपंप कार्यालय पर मनाया गया। बीएमएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हुकुम मंगल के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं ने संघ संस्थापक दतोपंत ठेंगडी, भारत माता व बाबा विश्वकर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

इसके बाद ध्वजारोहण कर भारत माता और बीएमएस के समर्थन में नोबाजी की गई। जिला महामंत्री माणकचन्द ने श्रमिक गीत के साथ समारोह का संचालन भी किया। हुकुमचन्द मंगल ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ सिर्फ एक श्रमिक संगठन ही नहीं अपितु राष्ट्र निर्माण का अंग है।

संघ संस्थापक दतोपंत ठेंगडी ने 23 जुलाई 1955 को भोपाल में बाबा विश्वकर्मा को साक्षी मानकर भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की व देश के मजदूर आन्दोलन को ट्रेड यूनियन के वामपंथी मॉडल से मुक्ति दिलाई। भारतीय मजदूर संघ देश के प्रथम पायदान का श्रमिक संगठन है। जिसके लिए पहले राष्ट्र हित, फिर उद्योग हित व अंत में मजदूर हित है।

माणकचन्द ने कहा की संघ संस्थापक दतोपंत ठेंगडीजी के विचार आज के समय में और भी प्रासंगिक हो गए हैं, क्योंकि आज पूरे देश में सिवाय भारतीय मजदूर संघ के सभी ट्रेड यूनियन राजनैतिक दल के अंग बन गए हैं। ठेंगडीजी का मानना था की मजदूरों का संगठन, मजदूरों द्वारा संचालित होना चाहिए तभी आन्दोलन से श्रमिक लाभान्वित हो सकते हैं।