रांची। 5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भारत समेत दुनियाभर में जगह-जगह योग के कार्यक्रम हो रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ-साथ तमाम राज्य सरकारें जगह-जगह योग कार्यक्रम कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची में योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें करीब 30,000 लोग शामिल हुए। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने योग की अहमियत बताते हुए इसे शहरों से गांवों और गरीब, आदिवासियों तक पहुंचाने की जरूरत बताई।
इस साल योग दिवस का थीम है ‘क्लाइमेट ऐक्शन’। राष्ट्रपति भवन में भी योग कार्यक्रम हुआ, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की। लद्दाख में आईटीबीपी के जवानों ने माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में योग किया।
देश के अलग-अलग शहरों में कई केंद्रीय मंत्रियों ने योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के रोहतक में योग किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावडेकर ने राजपथ पर योग किया। दूसरी तरफ, योग गुरु बाबा रामदेव ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में लोगों को योग के गुर सिखाए।बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने दिल्ली में योग किया।
योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची के प्रभात तारा ग्राउंड में एक भव्य कार्यक्रम में लोगों को योग की अहमियत बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वक्त योग को गांवों तक ले जाने का है। रांची में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अब हमें आधुनिक योग के सफर को शहरों से गांवों में ले जाना है, गरीबों और आदिवासियों के घर ले जाना है। हमें योग को गरीब और आदिवासियों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना है क्योंकि बीमारी से सबसे ज्यादा परेशान गरीब ही होता है।’
प्रधानमंत्री ने भारत और दुनिया के लोगों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया के तमाम हिस्सों में लाखों लोग योग दिवस मनाने के लिए इकट्ठे हुए हैं। मैं योग को प्रमोट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए मीडिया को धन्यवाद देता हूं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज के तेजी से बदलते वक्त में हमारा फोकस स्वास्थ्य पर रहने के साथ-साथ बीमारी से बचान पर भी रहना चाहिए। यह शक्ति हमें योग से मिलती है, यह अनुभूति हमें योग से मिलती है जो प्राचीन भारतीय दर्शन है।’ झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवरदास और तमाम दूसरे मंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद रहें। करीब 30,000 लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी देशभर में जगह-जगह योग कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
इससे पहले, योग गुरु बाबा रामदेव ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और योगप्रेमियों के साथ योग किया। इस कार्यक्रम में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और कई तरह के योगासन किए। राम देव के संगठन पतंजलि ने देशभर के एक लाख गांवों में योग कार्यक्रम का आयोजन किया है।
5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 का थीम ‘क्लाइमेट ऐक्शन’ है। योग शब्द संस्कृत के युज से बना है जिसका मतलब है जोड़ना। योग एक बेहद सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित है जो शरीर और मस्तिष्क के बीच संतुलन लाता है। योग का शरीर, मस्तिष्क, भावना और ऊर्जा पर सकारात्मक असर पड़ता है।
पिछले साल योग दिवस पर मुख्य कार्यक्रम देहरादून स्थित फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट में हुआ था, जिसमें करीब 50,000 लोगों ने हिस्सा लिया। बता दें कि 21 जून 2015 को दुनियाभर में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। उस साल दिल्ली में राजपथ पर हुए मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 30,000 लोगों ने योग किया था।