नई दिल्ली।जल्द ही दाल की कीमत फिर से 100 रुपए प्रति किलोग्राम होने जा रही है। दाल में तेजी चल रही है और अभी यह रुख जारी रहेगा। तुअर दाल के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 30-35 फीसदी की कमी बताई जा रही है। वहीं उड़द दाल के उत्पादन में पिछले साल की तुलना में 15-20 फीसदी की गिरावट है।
तुअर एवं उड़द में तेजी के रुख से चना दाल में भी मजबूती शुरू हो गई है। थोक मंडी में तुअर दाल की कीमत 5700-5800 रुपए प्रति क्विंटल चल रही है। चना दाल की थोक कीमत 4500 रुपए प्रति क्विंटल के आस-पास चल रही है। पिछले दो माह के दौरान दालों के थोक भाव में 800 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी आई है।
दाल मिलर्स 2 लाख टन दाल का आयात कर सकेंगे
ऑल इंडिया दाल मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने LEN DEN NEWS को बताया कि तुअर दाल की थोक कीमत अगर 58 रुपए प्रति किलो होगी तो इसकी खुदरा कीमत 90 रुपए से अधिक आएगी क्योंकि दाल को तैयार करने के दौरान 25 फीसदी छिलका या चूरी निकलती है। उन्होंने बताया कि जिस गति से तेजी चल रही है उस हिसाब से तुअर दाल के थोक भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक हो जाएंगे।
अग्रवाल ने बताया कि दाल की खुदरा कीमत 100 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर को जल्द ही छू लेगी। हालांकि दाल के दाम को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार दाल मिलर्स को आयात का लाइसेंस जारी करने जा रही है। दाल मिलर्स 2 लाख टन दाल का आयात कर सकेंगे।
नहीं किया जा रहा है आयातित दाल को बाजार में रिलीज
अग्रवाल ने बताया कि दाल के बड़े आयातक 1.5 लाख टन तुअर दाल का आयात पूरा कर चुके हैं, लेकिन वे आयातित दाल को बाजार में रिलीज नहीं कर रहे हैं। इससे भी दाल के दाम में तेजी का रुख है। वर्ष 2015 में भी दाल के दाम में भयंकर तेजी आई थी और दाल की खुदरा कीमत 200 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई थी।