नई दिल्ली।देश के सबसे बड़े सरकारी ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट MCLR में 5 बेसिस प्वाइंट्स की कमी कर दी है। इसके साथ ही एसबीआई (SBI) के होम लोन सहित सभी प्रकार के लोन तत्काल प्रभाव से सस्ते हो गए हैं। दरों में इस कटौती के बाद एसबीआई की एमसीएलआर सालाना 8.50 फीसदी से घटकर 8.45 फीसदी हो गई है।
इसके साथ ही एसबीआई के एमसीएलआर से लिंक्ड सभी तरह के लोन्स की ब्याज दर 5 बेसिस प्वाइंट्स कम हो गई है, जो 10 मई से प्रभावी है। एक महीने के भीतर एसबीआई ने दूसरी बार यह कटौती की है। आरबीआई की अप्रैल में मॉनिटरी पॉलिसी के बाद एसबीई ने 10 अप्रैल को अपनी एक साल की एमसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी। इसके साथ ही एसबीआई ने 30 लाख रुपए तक के लोन की ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी।
एसबीआई ने 1 मई से बदले कई नियम
गौरतलब है कि 1 मई से एसबीआई ने अपने बड़े सेविंग अकाउंट डिपॉजिट्स के साथ ही शॉर्ट-टर्म लोन के लिए ब्याज दर की नई व्यवस्था लागू की थी। इसके तहत एसबीआई ने जमा बचत खातों की दर और लोन पर लगने वाली ब्याज दरें भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट से लिंक्ड कर दिया था। यानी आरबीआई के रेपो रेट घटाने के तुरंत बाद एसबीआई बैंक अपनी ब्याज दरें कम कर देगा। हालांकि, डिपॉजिट पर ब्याज दरों का फायदा उन्हीं को मिलेगा जिनका बैलेंस एक लाख रुपए से कम है।