कोटा। कोटा ब्लड बैंक सोसाइटी का 22वां स्वैच्छिक रक्तदान सम्मान समारोह रविवार शाम को बसंत विहार स्थित कोटा ब्लड बैंक सोसाइटी में समारोहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त एल.एन. सोनी व विशिष्ट अतिथि मंगलम सीमेंट के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अनिल मंडोत व एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक गोविंद माहेश्वरी थे। कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान रक्तदान शिविर आयोजित करने वाली विभिन्न संस्थाओं व स्वैच्छिक रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया।
125 संस्थाएं हुई सम्मानित
कोटा ब्लड बैंक के अध्यक्ष प्रेम बाठला ने रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि सम्मान समारोह में पिछले एक वर्ष में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करने वाली करीब 125 संस्थाओं और दर्जनों लोगों को सम्मानित किया गया। इस समयावधि में सर्वाधिक रक्तदान एचडीएफसी बैंक लिमिटेड द्वारा 714 यूनिट रक्तदान किया गया।
वहीं श्री सर्राफा बोर्ड बंगाली स्वर्ण कला समिति, वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे एम्पलॉइज यूनियन, उत्तम महिला समिति गढ़ेपान, डीसीएम श्रीराम रेयंस, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड, श्री लव शर्मा, लायंस क्लब कोटा एवं रोटरी क्लब कोटा ने 200 से अधिक यूनिट रक्तदान किया। 6 संस्थाओं ने 150 से अधिक यूनिट रक्तदान किया, जिसमें भारत विकास परिषद छीपाबड़ौद, जाकिर रिजवी, एस.आर. पब्लिक स्कूल, श्री शिरड़ी साईं सेवा समिति, जेसीआई कोटा, जेसीआई कोटा सुरभि के अतिरिक्त कई संस्थाओं ने 100 से अधिक यूनिट रक्तदान किया।
नियमित रक्तदाताओं को किया सम्मानित
सम्मान समारोह में नियमित रक्तदाताओं को भी सम्मानित किया गया। भारत विकास परिषद छीपाबड़ौद को श्रेष्ठ रक्तदाता संस्था 2019 एवं अतुल शर्मा को डॉ. मौजशंकर मालव स्मृति पुरस्कार से नवाजा गया। समारोह में बी.एस.आनंद, अरुण मेहता, वंदना श्रीमाली को स्टार ब्लड डोनर अवार्ड से नवाजा गया। आनंद राठी, जितेंद्र गौतम, अभिनव कुमार, के.एल.मथई, मनीषा टोंग्या को व्यक्तिगत रक्तदाता के अवार्ड से सम्मानित किया गया। अनिल मंगल को रक्तदाता प्रेरक के अवार्ड से सम्मानित किया गया।
रक्तिमा का विमोचन
समारोह में उपस्थिति अतिथियों ने कोटा ब्लड बैंक सोसाइटी के बुलेटिन रक्तिमा का विमोचन किया। सचिव राजकुमार जैन, कोषाध्यक्ष गिरिराज राठी, संयुक्त सचिव संजय सोनी, मंजू कासलीवाल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जॉली भंडारी द्वारा किया गया।
निशुल्क ब्लड करवा रहे मुहैया
सचिव राजकुमार जैन ने बताया कि कोटा ब्लड बैंक द्वारा थैलेसीमिया पीडि़त बच्चों को निशुल्क ब्लड मुहैया करवाया जाता है। प्रत्येक सप्ताह में बुधवार, शुक्रवार व रविवार को थैलेसीमिया से पीडि़त मरीजों को निशुल्क ब्लड चढ़ाया जाता है। वहीं थैलेसीमिया से पीडि़त बच्चों को प्रत्येक सप्ताह में एक बार निशुल्क ब्लड चढ़ाया जाता है। सप्ताह में करीब 125 से 130 बच्चों को निशुल्क रक्त चढ़ाया जाता है। अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक 1445 बच्चों को निशुल्क रक्त चढ़ाया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत 18 लाख रुपए है।
लोगों को किया जा रहा जागरूक
उपाध्यक्ष लता कोठारी ने बताया कि थैलेसीमिया बीमारी को लेकर कोटा ब्लड बैंक सोसाइटी रोटरी क्लब कोटा व रोटरी पद्मिनी क्लब के सहयोग से स्कूलों व कॉलेजों में लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी दी जा रही है। ताकि भविष्य में कोई भी बच्चा थैलेसीमिया से पीडि़त पैदा नहीं हो।
रियायती दरों पर जांचें उपलब्ध
डॉ. अविनाश बंसल ने बताया कि सोसाइटी की ओर से ब्लड बैंक में पैथोलॉजी लैब की सुविधा शुरू की गई है, जिसमें सभी प्रकार की जांचें बाजार भाव से बहुत कम दर पर उपलब्ध है। हर माह की 1 व 15 तारीख को गर्भवती महिलाओं की निशुल्क ब्लड की जांच की जाती है। इसी प्रकार कोचिंग विद्यार्थियों को भी रियायती दरों पर जांचें मुहैया करवाई जाती है।
वहीं कोटा ब्लड बैंक की ट्रस्टी मंजू कासलीवाल जो कि निस्वार्थ भाव से पिछले 22 साल से कोटा ब्लड बैंक में निशुल्क सेवाएं दे रही है। कासलीवाल ने इस अवसर पर कोटा ब्लड बैंक में 10 किलोवाट का सोलर प्लांट निशुल्क लगाने की घोषणा की। इस मौके पर कोषाध्यक्ष गिरिराज राठी व संयुक्त सचिव संजय सोनी आदि उपस्थित थे।