कोटा। ठेकेदारों से वसूले गए 10 लाख रुपयों के साथ पकड़ा गया अटरू जल संसाधन विभाग का सहायक अभियंता मोहन लाल शर्मा करोड़ों का आसामी निकला। एसीबी को उसके घर की तलाशी में 11 स्थानों पर मकान, भूखंड व कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं। इनमें से 8 मकान व प्लॉट कोटा शहर में हैं। तलवंडी, महावीर नगर, आरकेपुरम व स्वामी विवेकानंद नगर जैसे पॉश इलाकों में उसकी संपत्ति है। तलवंडी-महावीर नगर में दो आलीशान हॉस्टल हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। तलवंडी में एक बड़ा मकान भी है, जहां मैस चलता है।
एसीबी टीम ने जब उससे मकान का एड्रेस पूछा तो उसने बताया कि वह महावीर नगर सेकंड में रहता है। एसीबी की टीम वहां पहुंची तो वहां हॉस्टल मिला और सारे कमरों में किराएदार ही रहते हैं। मकान में रह रहे किराएदारों ने उसकी पोल खोल दी और बताया कि यह मकान मोहनलाल का है, लेकिन वह यहां नहीं रहता। वह तलवंडी स्थित हॉस्टल के सबसे निचले फ्लोर पर रहता है। इसके बाद टीम वहां पहुंची और सर्च की।
जिस हॉस्टल में मोहनलाल रहता है, वह 6 मंजिला है, इसमें करीब 40 लग्जरी कमरे हैं। तलवंडी जैसे पॉश इलाके में इस तरह के हॉस्टल की कीमत 5 करोड़ रुपए से कम नहीं मानी जाती। उधर, देर रात तक पूछताछ होने के बाद एसीबी ने मोहनलाल समेत उसके साथ सरकारी गाड़ी में मौजूद एक्सईएन सत्येंद्र व एईएन प्रकाशचंद को रवाना कर दिया।
कोटा के बाहर ये संपत्ति
एईएन मोहनलाल शर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज होगा। शुक्रवार काे हमने उन सभी बिंदुओं का सत्यापन कराया है, जो इस केस के लिए जरूरी हैं। अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसके घर की तलाशी में करोड़ों के मकान व भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं, जिनका आंकलन करवाया जाएगा।- ठाकुर चंद्रशील, एएसपी, एसीबी कोटा