नई दिल्ली। तेल से लेकर टेलिकॉम क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने गुरुवार को बताया कि चौथी तिमाही में उसका मुनाफा साल दर साल आधार पर 9.79 फीसदी बढ़कर 10,362 करोड़ रुपये रहा। बाजार पूंजीकरण के आधार पर देश की सबसे बड़ी कंपनी आरआईएल को पिछले साल की समान तिमाही में 9,438 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
चौथी तिमाही में कंपनी की कुल आय 19.40 फीसदी बढ़कर 1,54,110 करोड़ रुपये रही। साल दर साल आधार पर इसमें 24,047 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो का चौथी तिमाही का मुनाफा 64.70 फीसदी बढ़कर 840 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 510 करोड़ रुपये था।
रिलायंस जियो ने भी गाड़ा झंडा
जियो ने वित्त वर्ष 2018-19 में शुद्ध लाभ 2,964 करोड़ रुपए रहा। कंपनी का वित्त वर्ष 2018-19 का EBITDA 15,102 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल के मुकाबले 2.25 गुना ज़्यादा है, जबकि EBITDA मार्जिन 38.9% रहा। जियो का चौथी तिमाही का EBIDTA 4,053 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही से 13.4% ज़्यादा है और EBITDA मार्जिन 39% रहा। वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में जियो का प्रति उपभोक्ता राजस्व (ARPU) 126.2 रुपये रहा जो संभवत: सबसे अधिक है।
चौथी तिमाही में कंपनी के नेटवर्क पर जबर्दस्त गतिविधियां रहीं। जियो के ग्राहकों ने औसतन हर महीने 10.9 GB डेटा का इस्तेमाल किया और 823 मिनट वॉयस कॉल की। कंपनी लगातार ग्राहक जोड़ रहा है और वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में इसने 2 करोड़ 66 लाख ग्राहक जोड़े। कंपनी के ग्राहकों ने चौथी तिमाही में 956 करोड़ GB वायरलेस डेटा का उपयोग किया। जियो के ग्राहकों ने कुल 72,414 करोड़ मिनट बात की
वित्तीय नतीजों पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस के चेयरमैन एवं एमडी मुकेश अंबानी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2019 में हमने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं और कंपनी को भविष्य का रिलायंस बनाने की दिशा में कई उल्लेखनीय प्रयास किए। रिलायंस रिटेल 1 लाख करोड़ रुपये की आय के आंकड़े को पार कर गया, जियो के 30 करोड़ से अधिक उपभोक्ता हो चुके हैं और हमारे पेट्रोकेमिकल्स के कारोबार ने अब तक की सर्वाधिक कमाई की है।’