नई दिल्ली। 1 अप्रैल सोमवार यानी कल से देश के दो सरकारी बैंकों का नाम बदल जाएगा। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बयान जारी कर दी है। RBI के बयान के अनुसार, 1 अप्रैल से सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो जाएगा। इस विलय के बाद सोमवार से इन दोनों बैंकों की शाखाएं बैंक ऑफ बड़ौदा के आउटलेट के रूप में काम करेंगी।
RBI के अनुसार, 1 अप्रैल से 2019 से विजया बैंक और देना बैंक के साथ लेनदेन करने वाले सभी ग्राहक बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक माने जाएंगे। इस विलय के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। विलय के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा का कुल कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपए का हो जाएगा।
इस विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के पास कुल 9401 बैंक शाखाएं और कुल 13432 एटीएम हो जाएंगे। देश में SBI के 59,291 एटीएम और 18 हजार से ज्यादा शाखाएं हैं। वहीं ICICI के पास 4,867 शाखाएं और 14,367 एटीएम हैं। इस विलय से पहले कामकाज को सुचारू बनाए रखने के लिए सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा को 5042 करोड़ रुपए दिए हैं।
बैंक (RBI) ने एक बयान जारी कर दी है। RBI के बयान के अनुसार, 1 अप्रैल से सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो जाएगा। इस विलय के बाद सोमवार से इन दोनों बैंकों की शाखाएं बैंक ऑफ बड़ौदा के आउटलेट के रूप में काम करेंगी।
ग्राहकों पर पड़ेगा यह असर
-इस विलय के बाद विजया और देना बैंक के ग्राहकों का खाता नंबर बदल जाएगा।
-खाता नंबर बदलने के कारण सभी ग्राहकों की पासबुक और चेकबुक भी बदल जाएगा।
-दोनों बैंकों के सभी ग्राहकों को नए डेबिट/एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड लेने होंगे।
-बैंक का नाम बदलने के कारण ग्राहकों की शाखाओं के IFSC कोड भी बदल जाएंगे।
ग्राहकों को सूचना दे रहे हैं बैंक
विजया बैंक और देना बैंक ने अपने ग्राहकों को विलय की जानकारी देनी शुरू कर दी है। इसके लिए दोनों बैंक अपने ग्राहकों को एसएमएस के जरिए जानकारी दे रहे हैं। दोनों बैंकों की ओर से कहा जा रहा है कि विलय के बाद भी आपकी जमा राशि पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जब तक बैंकों का नाम बदलेगा, तब तक सभी ग्राहक पुराने तरीके से ही बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेते रहेंगे।