नई दिल्ली।अंडा, सब्जी समेत खाद्य वस्तुओं के दाम कम होने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में पिछले महीने के मुकाबले घटकर 2.05 प्रतिशत पर आ गई। यह 19 महीनों का सबसे निचला स्तर है। दिसंबर 2018 के संशोधित आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति उस महीने 2.11 प्रतिशत थी, जबकि प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 2.19 प्रतिशत बताया गया था। जनवरी, 2018 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.07 प्रतिशत थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आगे कहा कि फ्यूल और लाइट कैटिगरी में भी महंगाई दर इस साल जनवरी में घटकर 2.2 प्रतिशत पर आ गई, जो दिसंबर 2018 में 4.54 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में खुदरा मुदास्फीति को ध्यान में रखता है।
महंगाई दर में कमी के कारण केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह रीपो रेट 0.25 प्रतिशत की कमी कर के उसे 6.25 प्रतिशत पर ला दिया है। आरबीआई ने मानसून सामान्य रहने जैसे अनुकूल कारकों को देखते हुए चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के लिये खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को कम कर 2.8 प्रतिशत कर दिया है।