नई दिल्ली। कर्ज में दबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कॉम्युनिकेशंस के शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट आई। कंपनी के शेयर 50 फीसदी टूटकर रेकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गए। संपत्तियों की बिक्री में असफल रहने पर रिलायंस ने NCLT में इन्सॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी अर्जी दायर करने का फैसला किया तो दूसरी तरफ टेलिकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्सन सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर RCom के चेयरमैन अनिल अंबानी की सारी निजी संपत्ति पर दावा करने जा रही है।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी के निदेशक मंडल ने शुक्रवार को कर्ज निपटान योजना की समीक्षा की। निदेशक मंडल ने पाया कि 18 महीने बीत जाने के बाद भी संपत्तियों को बेचने की योजनाओं से कर्जदाताओं को अब तक कुछ भी नहीं मिल पाया है।
बयान में कहा गया, ‘इसी के आधार पर निदेशक मंडल ने तय किया कि कंपनी NCLT मुंबई के जरिए तेजी से समाधान का विकल्प चुनेगी। निदेशक मंडल का मानना है कि यह कदम सभी संबंधित पक्षों के हित में होगा।’
बड़े भाई मुकेश अंबानी की नई कंपनी रिलायंस जियो की एंट्री से टेलिकॉम सेक्टर में आए भूचाल की वजह से RCom का वायरलेस कारोबार भी ठप हो गया। मार्च 2017 तक इस पर बैंकों का 7 अरब डॉलर बकाया था।
Rcom के शेयरों में सोमवार सुबह 54.3 फीसदी गिरावट आई और एक शेयर की कीमत 5.3 रुपये रह गई। शुक्रवार को बाजार बंद होने तक इस साल RCom के शेयर 19.4 फीसदी टूट चुके हैं। कारोबार की शुरुआत के पहले 45 मिनट में RCom के 12 करोड़ शेयर निवेशकों ने बेच डाले। दोपहर 12:15 पर कुछ सुधार आया और सेंसेक्स और निफ्टी के पर कंपनी के शेयर करीब 36 फीसदी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
अनिल अंबानी की निजी संपत्ति जब्त करने की अर्जी देगी एरिक्सन
टेलिकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्सन सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर RCom के चेयरमैन अनिल अंबानी की सारी निजी संपत्ति पर दावा करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने आरकॉम को एरिक्सन की बकाया रकम तय समय में चुकाने का निर्देश दिया था, जिस पर कंपनी अमल नहीं कर पाई है।
सूत्रों ने बताया कि एरिक्सन ने सेटलमेंट में तय 550 करोड़ की रकम की रिकवरी की योजना बना ली है। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, ‘कंपनी अनिल अंबानी की निजी संपत्ति जब्त करने की अपील भी करेगी।’ इस खबर के बारे में ईटी के पूछे गए सवालों का एरिक्सन ने जवाब नहीं दिया।
कहा जा रहा है कि सारे बैंकों से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिलने के चलते आरकॉम ने एनसीएलटी जाने का फैसला किया। वहीं, एनसीएलटी से रिजॉल्यूशन प्लान पास कराने के लिए 66 पर्सेंट बैंकों की मंजूरी काफी होगी। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘आरकॉम का मैनेजमेंट एनसीएलटी में भी पहले जैसा रिजॉल्यूशन प्लान पेश करेगा।’
कंपनी इस योजना के तहत स्पेक्ट्रम और इंफ्रास्ट्रक्चर एसेट्स बेचेगी। उसने ग्लोबल क्लाउड एक्सचेंज जैसे अन्य बिजनेस, इंटरनेट डेटा सेंटर और इंडियन एंटरप्राइज बिजनेस को भी बेचने की योजना बनाई है। कर्ज चुकाने के लिए कंपनी ने धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी कॉम्प्लेक्स में 3 करोड़ वर्ग फुट के डिवेलपमेंट और दूसरे रियल एस्टेट को बेचने की भी तैयारी की है।