-दिनेश माहेश्वरी
कोटा। बॉलीवुड की दुनिया में प्लेबैक सिंगर क्षितिज तारे का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। पिछले दिनों उनका यूट्यूब पर गीतकार सईद कादरी का लिखा एक गाना इल्तिजा इतना लोकप्रिय हुआ कि तीन दिन में 21 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा देखा गया। किसी भी प्लेबैक सिंगर के लिए इतने कम समय में यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
कोटा (राजस्थान) की धरती पर जन्मे क्षितिज को बचपन से ही संगीत का शौक़ था। राजस्थान में एक कहावत है ‘पूत के लक्खण पालने में ही दिख जाते हैं’। ऐसा ही क्षितिज का हुआ। मात्र तीन वर्ष की उम्र में रेडियो पर मीरा का भजन सुनकर उसको हूबहू गा देने की कला देख उनके साइंटिस्ट एवं शिक्षाविद पिता डॉ. गणेश तारे ने बेटे को संगीतकार बनाने का सपना देखा। उस सपने को साकार करने के लिए प्लेबैक सिंगर श्रेया घोषाल के गुरु रह चुके शहर के नामी संगीतकार महेश शर्मा से संगीत सिखाने का निर्णय लिया।
इसके बाद क्षितिज ने विख्यात संगीतज्ञ पंडित जसराज के भांजे से भी संगीत सीखा। क्षितिज बताते हैं कि मात्र 17 वर्ष उम्र में वह मायानगरी में प्लेबैक सिंगर के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए मुंबई चले गए। शुरू में थोड़े संघर्ष के बाद प्रसिद्ध गीतकार सईद कादरी के माध्यम से उनकी बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर के रूप में एंट्री हुई।
क्षितिज अभी तक करीब 25 फिल्मों में गीत गा चुके हैं। जिनमें रागिनी, एमएमएस-2, मर्डर-2 आदि
प्रमुख रूप से शामिल हैं। सिंगल एल्बम भी इनके काफी लोकप्रिय हुए हैं। पिछले दिनों क्षितिज चम्बल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टवल में कोटा आये थे। इसी दौरान उन्होंने अपने यादगार लम्हे LEN DEN NEWS के साथ शेयर किये थे। देखिये वीडियो –